शपथग्रहण के खिलाफ शिवसेना ने अदालते आलिया का दरवाज़ा खटखटाया

नई दिल्ली: महाराष्ट्र में आए सियासी भूचाल के बीच बैठकों का दौर जारी है। शनिवार सुबह देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार के शपथग्रहण के खिलाफ शिवसेना सुप्रीम कोर्ट, दायर की याचिका पहुंची है और उसने याचिका दायर की है। वहीं, एनसीपी प्रमुख शरद पवार की ओर से बुलाई गई पार्टी विधायकों की बैठक जारी है, जिसमें 42 विधायक मौजूद हैं। बैठक में शामिल होने के लिए धनंजय मुंडे वाईबी सेंटर पहुंच गए हैं। धनंजय मुंडे सुबह अजीत पवार के साथ थे। वहीं, बैठक में भाग लेने पहुंचे एनसीपी के विधायक अतुल बेनके ने मुंबई में कहा कि मैं शरद पवार के साथ हूं। हम सभी साथ हैं।

वहीं, शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने होटल ललित में बैठक की। विधायकों ने कहा कि जो उद्धव ठाकरे कहेंगे, वही करेंगे। विधायकों ने उन्हें मुंबई या मुंबई से बाहर किसी अन्य स्थान पर भेजे जाने का निर्णय लेने के लिए भी उद्धव ठाकरे को अधिकृत किया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि चीजें बदल चुकी हैं लेकिन इससे हम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हमारा सपना पूरा होगा। सरकार शिवसेना की बनेगी। उन्होंने कहा कि पवार साहब हमारे साथ हैं, कांग्रेस हमारे साथ है।

इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसके बाद कांग्रेस ने अलग से प्रेस कॉन्फ्रेंस की। अब भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिवसेना, कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस को जनादेश मिला था। शिवसेना के प्रदर्शन में भी बीजेपी का बड़ा योगदान रहा। उन्होंने कहा कि ये कहते हैं कि लोकतंत्र की हत्या हो गई। शिवसेना ने 30 साल पुरानी दोस्ती तोड़ी तब लोकतंत्र की हत्या नहीं हुई? जब अजित पवार के नेतृत्व में बड़ा तबका आकर देवेंद्र फडणवीस को समर्थन दे तो क्या लोकतंत्र की हत्या हो गई।