नई दिल्ली: महाराष्ट्र का सियासी ड्रामा ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा, एक-एक करके कई ट्विस्ट आ रहे हैं। शनिवार शाम मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में एनसीपी चीफ शरद पवार ने विधायकों की बैठक बुलाई। इसमें शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे और धनंजय मुंडे भी शामिल थे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार की ओर से बुलाई गई विधायकों की बैठक में अजित पवार को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया गया। अजित की जगह दिलीप पाटिल को विधायक दल का नया नेता चुना गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस बैठक में अजित पवार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई का फैसला लिया गया है। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि अजित पवार को विधायक पद के नेता दल से हटा दिया जाएगा।

इस दौरान उद्धव ठाकरे ने अपने विधायकों से पूछा कि क्या आप डरे हुए हैं। इसपर विधायकों ने एक सुर में जवाब दिया नहीं। इसके साथ विधायकों ने आश्वस्त किया कि वे सभी उनके साथ हैं। वह जो कहेंगे, विधायक वही करेंगे।

विधायकों ने उन्हें मुंबई या मुंबई से बाहर किसी अन्य स्थान पर भेजे जाने का निर्णय लेने के लिए भी अधिकृत किया। ठाकरे ने कहा कि चीजें बदल चुकी हैं लेकिन इससे हम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हमारा सपना पूरा होगा। सरकार शिवसेना की बनेगी। उन्होंने कहा कि पवार साहब हमारे साथ हैं, कांग्रेस हमारे साथ है।

महाराष्ट्र में शनिवार सुबह पांच बजकर 47 मिनट पर राष्ट्रपति शासन हटाए जाने के बाद भाजपा-राकांपा सरकार ने कार्यभार संभाला। राज्य में 12 नवंबर को राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था।