नई दिल्ली: महाराष्ट्र में भले ही एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने शिवसेना के साथ सरकार बनाने पर अब तक पत्ते नहीं खोले हैं लेकिन पर्दे के पीछे कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने की तैयारी जारी है। अगले महीने शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी महाराष्ट्र में सरकार गठन का दावा ठोक सकती है। एनसीपी-कांग्रेस ने पूरे पांच साल के लिए शिवसेना के मुख्यमंत्री को स्वीकार कर लिया है।

इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि उद्धव ठाकरे पूरे कार्यकाल के लिए शिवसेना की ओर से मुख्यमंत्री होंगे। जबकि कांग्रेस और एनसीपी का उप मुख्यमंत्री होगा। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना ने 56, एनसीपी ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत हासिल की है। नियमों के मुताबिक 288 सदस्यीय विधानसभा में 42 मंत्री बनाये जा सकते हैं। शिवसेना के 15, एनसीपी के 14 और कांग्रेस के 13 मंत्री हो सकते हैं।

सूत्रों के अनुसार शिवसेना ने विधानसभा अध्यक्ष का फैसला एनसीपी-कांग्रेस के ऊपर छोड़ दिया है। हालांकि कुछ दिनों पहले ही एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि विधानसभा अध्यक्ष कांग्रेस से होगा। वहीं कांग्रेस सरकार बनाने की हड़बड़ी में नहीं है, पार्टी कुछ मुद्दों पर शिवसेना से पहले स्पष्टता चाहती है। कांग्रेस के दो बड़े नेताओं से इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि सरकार में शामिल या बाहर से समर्थन देने पर पार्टी के अंदर विचार चल रहा है। एनसीपी-शिवसेना चाहती है कि कांग्रेस महाराष्ट्र में गठित होने वाले सरकार में शामिल हो।

इससे पहले सोमवरा को महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा के लिए राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच हुई मुलाकात के कुछ घंटों बाद, शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने मराठा दिग्गज से मुलाकात की और भरोसा जताया कि राज्य में बहुत जल्द उनकी पार्टी के नेतृत्व में सरकार बनेगी।

राउत ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख से कहा कि उन्हें राज्य के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करनी चाहिए और उन्हें बेमौसम बरसात के चलते महाराष्ट्र में पैदा हुए कृषि संकट के बारे में सूचित करना चाहिए।

राउत ने कहा, “चूंकि वह (पवार) केंद्रीय कृषि मंत्री रहे हैं और एक वरिष्ठ नेता भी हैं, उन्हें नेताओं के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करनी चाहिए और प्रधानमंत्री से मुलाकात कर देश में किसानों के संकट के बारे में सूचित करना चाहिए।” महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर कोई बातचीत हुई, इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने सीधे-सीधे जवाब नहीं दिया लेकिन सरकार गठन का भरोसा जताया और कहा, “राज्य को बहुत जल्द शिवसेना के नेतृत्व में सरकार मिलेगी।’’