नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर गतिरोध जारी रहने के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने सहयोगी दल भाजपा को संदेश देने के लिए मंगलवार को हिंदी के मशहूर कवि दुष्यंत कुमार की कविता की पंक्तियों का सहारा लिया। भाजपा ने राज्य में मुख्यमंत्री पद साझा करने की शिवसेना की मांग को खारिज कर दिया है। राउत ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि कोई शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को झूठा साबित करने की कोशिश कर रहा है और उन्होंने माना कि हर कोई सत्ता के लिए ‘‘लालची’’ है।

उन्होंने यह भी कहा कि हर राजनीतिक दल और यहां तक कि निर्वाचित निर्दलीय सदस्यों की भी अपनी राय है। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक और संसद में पार्टी के मुख्य सचेतक राउत ने दावा किया, ‘‘शिवसेना को ज्यादा अहमियत मिल रही है क्योंकि हमें निर्दलीयों से और अधिक समर्थन मिल रहा है।’’

उन्होंने इस पर नाखुशी जतायी कि कोई भी ‘‘लोकसभा चुनाव से पहले उनकी पार्टी से किए’’ भाजपा के वादे के बारे में बात नहीं कर रहा है। उल्लेखनीय है कि शिवसेना मुख्यमंत्री पद के साथ ही विभागों के समान बंटवारे की मांग कर रही है।

किसी का नाम लिए बगैर राउत ने कहा, ‘‘मैं अपनी पार्टी की तरफ से बात कर रहा हूं। कोई उद्धव ठाकरे को झूठा साबित करने की कोशिश कर रहा है। यह गलत है लेकिन कोई इस बारे में बात नहीं कर रहा है। एक वादा किया गया था और अब भाजपा उसे निभा नहीं रही है लेकिन कोई इसके बारे में बात नहीं कर रहा।’’