राज्य मुख्यालय लखनऊ। UPPCL घोटाले में प्रदेश की योगी सरकार के उस दावे की पोल खुलने के बाद कांग्रेस ने सड़कों पर उअतरकर योगी सरकार के ऊर्जा मंत्री का पुतला फूंका गया। आज प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी पर बेबुनियाद व्यक्तिगत आरोप लगाया जिस पर उ0प्र0 कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई एवं सैंकड़ों कांग्रेसजनों व बिजली विभाग के पीड़ित कर्मचारियों ने शक्तिभवन पर जाकर ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा का पुतला फूंककर विरोध दर्ज कराया और भाजपा सरकार से सात सवालों का जवाब मांगा है।

  1. डीएचएफएल में निवेश का अनुमोदन कब हुआ? कब हस्ताक्षर किया गया? मार्च 2017 के बाद से दिसंबर 2018 तक किन-किन तारीखों में निवेश किया?

  2. अब तक डीएचएफएल से हुए पत्राचार, डीएचएफएल की ओर से कौन लोग बात कर रहे थे? सार्वजनिक किया जाए?

  3. आखिर भाजपा को सबसे ज्यादा व्यक्तिगत चंदा देने वाले वधावन की निजी कंपनी डीएचएफएल को ही नियमों को ताक पर रखते हुए कर्मचारियों की जीवन की पूंजी क्यों सौंपी गई?

  4. क्या माननीय मंत्री जी के विभाग में हजारों करोड़ रूपये के संदिग्ध सौदे छोटे स्तर के अधिकारी कर लेे हैं और उन्हें खबर नहीं होती?सरकार के खजाने को यूंही बेपरवाही से लुटवाते हैं मंत्री जी?

  5. गरीब जनता की बिजली कुछ सौ और हजार रूपये के बकाया पर कटवा देने वाले मंत्री जी विभाग के खजाने से हजारों करोड़ रूपये देशद्रोहियों दाऊद इब्राहिम और इकबाल मिर्ची से जुड़ी कंपनियों को देते हैं?

  6. डीएचएफएल की ओर से डील करने वाला अमित प्रकाश अभी तक क्यों नहीं पकड़ा जा रहा है? यह अमित प्रकाश ऊर्जा मंत्री जी से या उनके रिश्तेदारों से कब-कब मिला?

  7. ईओडब्लू ने अभी तक विजिटर बुक क्यों नहीं सील की? क्या मुलाकातियों की सूची में हेराफेरी की जा रही है?

प्रदेश प्रभारी प्रशासन सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव ने बताया कि पुतला दहन के मौके पर प्रदेश कांग्रेस के सचिव एवं लखनऊ प्रभारी रमेश शुक्ला,अशोक सिंह, डा उमाशंकर पाण्डेय, डा अनूप पटेल, शिव पाण्डेय, अमित श्रीवास्तव त्यागी, मुकेश सिंह चैहान, पंकज तिवारी, डा मंजू दीक्षित, अंशू अवस्थी, रेहान खान, सुबोध श्रीवास्तव, शैलेन्द्र तिवारी, राजेश सिंह काली, मौ नासिर, सिकन्दर अली, शाहिद अली, नुसरत अली, शोएब खान, सहित सैंकड़ों की संख्या में कांग्रेसजन शामिल रहे।