नई दिल्ली: उत्तर भारत वायु प्रदूषण के गंभीर खतरे से जूझ रहा है। दुनिया के सात अजूबों में से एक ताजमहल को भी वायु प्रदूषण से खतरा है। इसे देखते हुए प्रशासन ने ताजमहल को बचाने के लिए एयर प्यूरीफायर वैन तैनात किया है। पीटीआई ने रविवार को अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी।

इसे उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UPPCB) ने तैनात किया है। ये एयर प्यूरीफायर वैन आठ घंटे में 300 मीटर के दायरे में 15 लाख क्यूबिक मीटर हवा साफ करेगी। गौरतलब है कि यह वायु प्रदूषण इस अद्भुत इमारत को लंबे समय में नुकसान पहुंचा सकता है।

यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी भुवन यादव ने पीटीआई को बताया, 'हवा में प्रदूषण की बढ़ती मात्रा से निपटने के लिए ताजमहल के वेस्ट गेट पर एक एयर प्यूरीफायर वैन तैनात किया गया है।' उन्होंने बताया कि वैन 24 अक्टूबर को शहर में आ गई थी। फिलहाल ताजमहल को बचाने के लिए एक मशीन लगा दी गई है।

आगरा जिला प्रशासन, नगर निगम और यूपीपीसीबी ने वोडाफोन-आईडिया से भी सीएसआर के तहत सहयोग मांगा है जिस वजह से इस तरह के दो अन्य एयर प्यूरीफायर भी शहर में लगाए जा सकें।

ताजमहल के निकट फिलहाल हवा की गुणवत्ता मापने के लिए कोई निगरानी स्टेशन नहीं है इसलिए स्पष्ट रूप से यह नहीं बताया जा सकता कि एयर प्यूरीफायर से प्रदूषण पर कितना असर पड़ा है।