लखनऊ: हिंदी को वैश्विक सम्मान और संयुक्त राष्ट्र संघ की आधिकारिक भाषा का दर्जा दिलाने के लिए समाजवादी चिंतक, सोशलिस्ट काउन्सिल के सचिव व प्रसपा प्रवक्ता दीपक मिश्र की अध्यक्षता व संयोजन में संयुक्त राष्ट्र हिंदी जन अभियान का गठन किया गया है । नेपाल के क़द्दावर सांसद व प्रख्यात समाजवादी नेता अभिषेक प्रताप शाह हिंदी-अभियान के महासचिव होंगे । तिब्बत के वरिष्ठ सांसद दाबा क्षीरिंग उपाध्यक्ष और मॉरीशस की सांसद मालिनीसेवोक सिं सचिव का दायित्व सम्भालेंगी । इस कार्यसमिति में ३१ देशों के प्रतिनिधि होंगे जहां हिंदी भाषियों की संख्या लाखों में हैं । अध्यक्ष बनने के बाद दीपक मिश्र का पहला दौरा तमिलनाडु और श्रीलंका होगा । श्री मिश्र के अनुसार हिंदी व तमिल में कभी कोई विरोध नहीं रहा । कुछ स्वार्थी नेता यह भ्रम फैलाने में सफल रहे कि तमिल हिंदी को उपनिवेशवादी भाषा मानते हैं और हिंदी के ख़िलाफ़ हैं । सच्चाई इसके उलट है ।यह भ्रम सार्थक – सकारात्मक संवाद व सम्पर्क से ही टूटेगा । श्री मिश्र 9 नवम्बर को दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के थानिकचलम मार्ग स्थित कार्यालय जाकर हिंदीसेवियों से मिलेंगे । 13 नवम्बर को निगाम्बो में लंका के तमिलभाषियों से मिल कर हिंदी के लिए समर्थन जुटायेंगे और हिंदी-तमिल एका संघ के कार्यालय का उद्घाटन करेंगे । संयुक्त राष्ट्र संघ में हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा दिलाने के लिए जनमत बनाने का काम संगठित और सतत रूप से करने के लिए अभियान की कार्यसमिति का गठन किया गया है । ज्ञातव्य हो कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी की मातृभाषा और तीसरी सबसे बड़ी भाषा होने के बावजूद हिंदी यूएनओ में आधिकारिक दर्जा से वंचित है । दुनिया भर में फैले हिंदी भाषी हिंदी की सशक्तिकरण के लिए काम कर रहे हैं । अभियान उन्हें एक वैश्विक मंच प्रदान करेगा ।कार्यसमिति की पहली बैठक २५ नवम्बर को लखनऊ में होगी ।जिसकी सूचना संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव को दे दी गई है ।