नई दिल्ली: आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड के सदस्य और शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद नक़वी ने कहा है कि अयोध्या विवाद का सुप्रीम कोर्ट से फैसला जो भी हो, चाहे हिन्दू के पक्ष में हो या मुस्लिम पक्ष में हो, सभी को फ़ैसला, पूरी ख़ामोशी व संयम के साथ स्वीकार करना होगा। उन्होंने कहा कि फ़ैसला आने के बाद न तो ख़ुशी मनाने की ज़रूरत है और न ही दुख व्यक्त करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि फ़ैसले को लेकर कोई अफ़वाह नहीं फैलानी चाहिये क्योंकि अफ़वाहों से फ़ैसले पर तो कोई फ़र्क पड़ने वाला नहीं है, जो फ़ैसला होगा वह अदालत को देना है।

उन्होंने जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद पैदा होने वाली स्थिति पर कहा कि कश्मीर में जो स्थिति है और जो माहौल है उसके लिए वहां के अलगाववादी संगठन ज़िम्मेदार हैं। उन्होंने दावा किया कि सरकार की ओर से कश्मीरी जनता के पक्ष में काफ़ी काम किया गया है, यदि अलगाववादी संगठन हस्तक्षेप न करें तो वह समझते हैं कि वहां के हालात 95 अब अच्छे हो गये हैं।