नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता ने किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं दिया है। ऐसे में नतीजों आने के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों सरकार बनाने के लिए एड़ी चोटी जा ज़ोर लगा रहीं हैं। ऐसे में जन नायक जनता पार्टी (जेजेपी) किंग मेकर की भूमिका में है। दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी को 10 सीट, बीजेपी को 40, कांग्रेस को 31 वहीं अन्य को 9 सीटें मिलीं हैं। ऐसे में चौटाला जिस पार्टी का समर्थन कर देंगे वह सरकार बना लेगी। हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए दुष्यंत चौटाला ने इस सियासी दंगल को लेकर अपने पत्ते खोले हैं।

दुष्यंत से पूछा गया कि क्या आप से अबतक भारतीय जनता पार्टी ने या पार्टी के किसी भी नेता ने संपर्क करने की कोशिश की है? इसपर चौटाला ने कहा कि नहीं मेरी इस बारे में भाजपा से कोई बात नहीं हुई है। वहीं क्या आप भाजपा को समर्थन देंगे ये पूछे जाने पर चौटाला ने साफ किया कि अभी तक उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं सोचा है और वह भाजपा का समर्थन नहीं करेंगे।

क्या यह सच है कि भाजपा ने आप से बात करने के लिए शिरोमणि अकाली दल की मदद ली है? इसपर चौटाला ने कहा कि मैंने अबतक इस बारे में किसी से बात नहीं की है। हमने साफ किया है कि हमारे सभी विध्याक एक साथ रहेंगे। हम हमारी पार्टी बैठक करेंगे और फिर तय करेंगे कि हमें क्या करना है।

लेकिन क्या इसमें बहुत देर नहीं होगी? सिरसा से निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा दिल्ली के लिए उड़ान भर रहे थे और वह अपना भाजपा को अपना समर्थन देंगे। इसपर चौटाला ने कहा कि हमने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 11 महीने पहले की थी। हम यहां तक इसलिए पहुंचे हैं क्योंकि हम समझदार हैं और सब कुछ उचित तरीके से किया है। तो आगे भी हम उसी तरह से बढ़ेंगे। हम सभी से बात करेंगे; हम यह फैसला समझदारी से करेंगे।