नई दिल्ली: बांग्लादेश टीम के भारत के प्रस्तावित भारत दौरे पर संकट के बादल गहरा गए हैं. मिली जानकारी के अनुसार, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के साथ चल रहे विवाद के बीच इस देश के क्रिकेटरों ने स्ट्राइक पर जाने का निर्णय लिया है. टीम के सीनियर प्लेयर्स ने कप्तान शाकिब अल हसन की अगुवाई में सोमवार दोपहर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जिसमें देश के क्रिकेट का संचालन जिस तरह से किया जा रहा है, उसे लेकर नाराजगी का इजहार किया गया. इन क्रिकेटरों ने दो-टूक लहजे में घोषणा की है कि यदि उनकी 11 मांगों को पूरा किए जाने तक वे किसी क्रिकेट गतिविधि में हिस्सा नहीं लेंगे.

गौरतलब है कि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने बांग्लादेश प्रीमियर लीग के एक नियम में बदलाव किया है जिसके अंतर्गत हर बीसीएल टीम को प्लेइंग इलेवन में कम से एक एक लेग स्पिनर को शामिल करना अनिवार्य किया गया है. यही नहीं इस नियम को न मामने वाले दो टीमों के प्रमुख कोच को बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने सस्पेंड भी कर दिया था. बांग्लादेश की टेस्ट और टी20 टीम के कप्तान शाकिब अल हसन शाकिब अल हसन का मानना है कि इस नियम से क्रिकेटरों पर दबाव बढ़ाया जा रहा है. बांग्लादेश टीम का भारत दौरा 3 नवंबर से प्रारंभ होना है और इसके अंतर्गत पहले तीन टी20 मैचों की सीरीज खेली जानी है.इसके बाद दोनों देशों को दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है. 14 नवंबर से प्रारंभ हो रही यह टेस्ट सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा है.

बांग्लादेश के इस हरफनमौला ने कहा, 'मेरे ख्‍याल से लेग स्पिनर्स को विश्‍वास और निरंतरता हासिल करने के लिए प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में ज्‍यादा ओवर करने चाहिए. बीपीएल अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर का टूर्नामेंट है जहां आप ऐसी स्थितियों का सामना करते हैं, जैसी इंटरनेशनल क्रिकेट में होती हैं. इस तरह के टूर्नामेंट में आप विदेशी क्रिकेटरों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करते हैं. इसे वह मंच नहीं है जहां खिलाड़ी तैयार किए जाएं.