नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान अकोला में कश्मीर, वीर सावरकर और भारत रत्न का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने आर्टिकल 370 का जिक्र करते हुए विपक्षी दलों के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग कह रहे हैं कि महाराष्ट्र चुनाव में आर्टिकल 370 का क्या वास्ता उन्हें डूब मरना चाहिए। पीएम मोदी ने रैली के दौरान एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल और गैंगस्टर इकबाल मिर्ची के कथित जमीन डील पर भी बिना नाम लिए निशाना साधा। मुंबई हमलों और सिंचाई घोटालों का मुद्दा उठाकर कांग्रेस-एनसीपी की पूर्व सरकार को घेरा।

मोदी ने सावरकर और आंबेडकर का जिक्र करते हुए कहा, 'ये वीर सावरकर के ही संस्कार हैं कि राष्ट्रवाद को हमने राष्ट्र निर्माण के मूल में रखा है। ये वे लोग हैं जिन्होंने बाबा साहेब आंबेडकर का कदम-कदम पर अपमान किया, उनको दशकों तक भारत रत्न से वंचित रखा। ये वे लोग हैं जो वीर सावरकर को आए दिन गालियां देते हैं उनका अपमान करते हैं।'

मोदी ने कहा, 'पीएम मोदी ने कहा, 'महाराष्ट्र का कोई जिला ऐसा नहीं होगा जहां से गए वीर सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर की शांति के लिए त्याग नहीं किया होगा। महाराष्ट्र के वीर जवान के दिल में यही बात रही होगी कि मैं छत्रपति शिवाजी महाराज की धरती से आया हूं, मैं देश पर आंच भी नहीं आने दूंगा।

मोदी ने कहा, 'हमें गर्व है महाराष्ट्र के उन सपूतों पर जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया और आज राजनीति के स्वार्थ और अपने परिवार में डूबे हुए ये लोग यह कहने में लगे हुए हैं कि महाराष्ट्र का जम्मू कश्मीर से क्या लेना देना? डूब मरो, डूब मरो।' उन्होंने आगे कहा, 'मैं हैरान हूं कि छत्रपति शिवाजी की धरती पर आजकल राजनीतिक स्वार्थ के कारण ऐसी आवाजें उठाई जा रही हैं और इनकी बेशर्मी देखिए कि ये खुलेआम कह रहे हैं कि महाराष्ट्र के चुनाव से अनुच्छेद 370 का क्या लेना देना? महाराष्ट्र से जम्मू कश्मीर का क्या संबंध?'

पीएम मोदी ने आगे कहा, ' जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान को पूरी तरह लागू न करने के प्रयासों के पीछे भी ऐसे ही लोगों की दुर्भावना है।' पीएम मोदी ने मुंबई बम धमाकों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, 'याद कीजिये एक समय था जब आए दिन यहां बम धमाके होते थे, मुंबई दहल जाता था। उस समय जो बम धमाके हुए उनके जो मास्टरमाइंड सामने आए वो बचकर निकल गए, दुश्मन देशों में बसेरा बना लिया। आज उन लोगों से ये देश पूछता है कि इतने बड़े गुनाहगार कैसे बचकर निकल गए।'

पीएम मोदी ने यहां एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल और गैंगस्टर इकबाल मिर्ची के कथित लैंड डील पर भी बिना नाम लिए निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा, 'महाराष्ट्र को खून के रंग से रंग देने वालों के साथ, इन लोगों की रंगरेलियां चलती थीं। इन्हें पता था कि इनकी पोल खुलने वाली है, इन्हें पता था कि इनके कारनामें सामने आएंगे। इसलिए ये डरे हुए थे। इसलिए पिछले कुछ दिनों से इन्होंने जांच एजेंसियों को बदनाम करना, केंद्र सरकार को बदनाम करना शुरू कर दिया था। लेकिन वक्त बदल चुका है। हर कारनामें का जवाब देश लेकर रहेगा।'

पीएम मोदी ने कहा, 'इन्हें एक भारत-श्रेष्ठ भारत नहीं चाहिए। इन्हें बंटा भारत चाहिए, बिखरा भारत चाहिए, लड़ता हुआ भारत चाहिए। यही इनकी राजनीतिक चालें हैं, जो आज चौपट होती जा रही हैं। अनुच्छेद 370 हटने से आप सभी खुश हैं, लेकिन उनका चेहरा उतर गया है, उन्हें दर्द हो रहा है। जैसे पाल-पोसकर कर रखा जाने क्या चला गया। इनके द्वारा संभाल के रखी 370 देशवासियों के चरणों में न्यौछावर हो गई।'

कांग्रेस-एनसीपी की पूर्व सरकार के समय सिंचाई घोटाले पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, '5 साल पहले तक यहां सिंचाई और पानी के नाम पर क्या क्या खेल होते थे, उनसे आप अच्छी तरह वाकिफ हैं। कांग्रेस और राष्ट्रवादी (एनसीपी) की भ्रष्टवादी युति ने महाराष्ट्र को दशकों पीछे धकेल दिया था। बैराज बनाने का काम हो, जलयुक्त शिवार हो, पूरी निष्ठा के साथ इस क्षेत्र का विकास हुआ है। अकोला के लोगों ने मोरना नदी को साफ करनी की जो मुहिन चलाई है वो प्रसंशनीय है। मैंने मन की बात कार्यक्रम में भी इस बात का जिक्र कर लोगों से प्रेरणा लेने की अपील की थी।'