नई दिल्ली: अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले की सुनवाई के आखिरी दिन मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने ऑल इंडिया हिंदू महासभा की तरफ से पेश किए गए एक नक्शे को फाड़ दिया। उन्होंने नक्शे के पांच टुकड़े कर दिए। उनके इस कृत्य की मीडिया में जोरदार चर्चा हो रही है। इस बीच उन्होंने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) की मर्जी से ही उन्हें नक्शे को फाड़ा था।

दरअसल हिंदू महासभा के वकील विकास सिंह ने दलीलें पेश करते हुए पूर्व आईपीएस अधिकारी किशोर कुणाल की कितान ‘Ayodhya Revisited’ में छपे एक नक्शे को हाथ में लेकर जमीन के ढांचे का उल्लेख किया। विवादित स्थल पर भगवान राम के जन्म स्थल को दर्शाने वाले नक्शे का हवाला दिए जाने पर राजीव धवन ने आपत्ति की। इस दौरान धवन की उनसे जमकर तकरार शुरू हो गई। यह तकरार इतनी बढ़ गई कि अंत में धवन ने नक्शे को फाड़ दिया। उन्होंने इस दौरान बेंच से कहा कि इस तरह के प्रयास की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।

उन्होंने इस पर सफाई देते हुए कहा ‘मैंने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि बेंच को इस किताब पर भरोसा नहीं करना चाहिए। मैंने सीजेआई रंजन गोगोई से इसे फाड़ने की अनुमति मांगी। मेरे अनुरोध पर सीजेआई ने जवाब देते हुए कहा कि आपको जो करना है आप वो करिए। इसके बाद मैंने नक्शे को फाड़ दिया।’