नई दिल्ली: पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) घाटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को मुंबई में कई जगह छापेमारी की। इस कार्रवाई में एचडीआईएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक राकेश कुमार वधावन और सारंग वधावन के ठिकानों पर छापेमारी हुई।

ईडी अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि छापेमारी के दौरान उन्हें अलीबाग में इस कंपनी से जुड़े 22 कमरों के एक मकान के बारे में पता चला है। एचडीआईएल के प्रमोटर्स के एक और विमान का भी पता चला है। इसके अलावा प्रमोटर्स के नाम एक नौका की जानकारी मिली है। जानकारी के मुताबिक, यह नौका फिलहाल मालदीव में खड़ा है।

छापेमारी के दौरान ईडी को यह भी पता चला है कि एचडीआईएल के मालिकों ने महाराष्ट्र के कई पॉश कॉलोनी में बड़े-बड़े नेताओं को मकान बांटे हैं। हालांकि ईडी इन नेताओं के नाम जाहिर करने से इनकार कर रही है।

इससे पहले शनिवार को ईडी ने दावा किया कि उसने हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) के चेयरमैन राकेश वधावन और उनके बेटे सारंग वधावन के प्राइवेट जेट तथा 60 करोड़ रुपये मूल्य के जेवर जब्त किए। एजेंसी ने यह भी दावा किया कि नौकायन के कारोबार में इस्तेमाल हो रही वधावन की नौका का जब्त करने के लिए वह मालदीव के अधिकारियों के संपर्क में है।

ईडी ने पंजाब एवं महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक के पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह के बैंक खाते भी फ्रीज कर दिए हैं, साथ ही लगभग 10 करोड़ रुपए के जमा/सावधि जमा राशि भी जब्त कर ली गई है। एजेंसी ने एचडीआईएल प्रोमोटर के खिलाफ पीएमसी बैंक के 4,355 करोड़ रुपए की हेराफेरी करने का मामला भी दर्ज करवाया है। वित्तीय जांच एजेंसी एचडीआईएल से जुड़ीं 18 अन्य कंपनियों के विवरणों को भी खंगाल रही है।

इससे पहले मुंबई की एक अदालत ने रविवार को पीएमसी के पूर्व चेयरमैन एस. वरयाम सिंह को 9 अक्टूबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। मुंबई पुलिस की आर्थ‍िक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने शनिवार देर रात माहिम से सिंह को गिरफ्तार किया था और रविवार को दंडाधिकारी न्यायालय के सामने उन्हें पेश किया गया।

पुलिस ने अदालत से कहा कि चूंकि वरयाम सिंह पीएमसी बैंक के चेयरमैन और साथ ही एचडीआईएल के कार्यकारी निदेशक भी रहे, इसलिए पुलिस अन्य आरोपियों के साथ बैठाकर उनसे आमने सामने पूछताछ करना चाहती है। पुलिस ने कहा कि हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) से संबंधित कथित रूप से 4,335 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में उनसे पूछताछ की जाएगी।

वहीं, इससे पहले घोटाले के मुख्य आरोपी हाउसिंग डेवलपमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआइएल) के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर राकेश वधावन और उनके बेटे सारंग वधावन को गिरफ्तार करते हुए उनकी 3,500 करोड़ की संपत्ति को जब्त कर लिया था।

इस कथित घोटाले में ईओडब्ल्यू ने एचडीआइएल और पीएमसी बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच में सहयोग नहीं करने के बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया। कुल 44 में से 10 खाते, जिनके कारण बैंक कर्ज में डूबा था, एचडीआईएल से जुड़े थे।

पुलिस के अनुसार, पीएमसी बैंक के अधिकारियों ने पिछले कर्जों का भुगतान न करने के बावजूद 2008 और 2019 में एचडीआईएल को कर्ज दिया। मामले में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पीएमसी के आर्थिक संकट में फंसने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक से पैसे निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया। पहले निर्देश दिया कि कोई भी खाताधारक छह महीने में 1000 रुपये से ज्यादा नहीं निकाल सकेगा। बाद में यह रकम बढ़ाकर 25,0000 करोड़ रुपये कर दी गई। पीएमसी के कारण वित्तीय क्षेत्र में संकट की आशंका से शेयर बाजार में भी पिछले दिनों खासी गिरावट देखी गई थी।

आरोप है कि एचडीआईएल ने पीएमसी बैंक से बहुत ज्यादा लोन लिया था, जिसे समय पर नहीं चुकाया। पीएमसी बैंक के कुल बुक साइज का 73 फीसदी कर्ज एचडीआईएल का ही है। यह 19 सितंबर को 8,880 करोड़ रुपये था।