नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने करतारपुर कॉरिडोर जाने की खबर को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह भी वहां नहीं जाएंगे। इससे पहले कैप्टन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी। जिसके बाद खबरें आई थीं कि अमरिंदर ने मनमोहन सिंह से करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने वाले पहले सर्वदलीय जत्थे का हिस्सा बनने का आग्रह किया था, लेकिन थोड़ी देर बाद कैप्टन अमरिंदर ने इस खबर को नकार दिया।

कैप्टन सिंह ने ट्वीट कर बताया कि राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात की थी, और उन्हें गुरु नानक देव के प्रकाट्य उत्सव पर सुल्तानपुर लोधी में 550वें प्रकाश पर्व पर आयोजित मुख्य समारोह में शामिल होने का आमंत्रण दिया था। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस ऐतिहासिक समारोह के भव्य आयोजन की तैयारी कर रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात थी और उनको भी पंजाब में करतारपुर आने का न्योता दिया था। मनमोहन सिंह को पाकिस्तान की ओर से भी कुछ दिन पूर्व करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन में आने का न्योता मिला था, लेकिन मनमोहन इसे अस्वीकार कर दिया था।

इससे पहले पाकिस्तान सरकार ने आगामी 9 नवंबर को करतारपुर कॉरीडोर के उद्घाटन में पूर्व प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया था। हालांकि कांग्रेस से शीर्षस्थ सूत्रों ने बताया कि मनमोहन सिंह पाकिस्तान के निमंत्रण को स्वीकार नहीं करेंगे।

सीमा पार पाकिस्तान में पड़ने वाले करतारपुर जाने वाले पहले सर्वदलीय जत्थे का नेतृत्व पंजाब के मुख्यमंत्री करेंगे। इसके साथ ही करतारपुर कॉरीडोर का उद्घाटन हो जाएगा। यह कॉरीडोर भारत से श्रद्धालुओं को पाकिस्तान स्थित करतार साहिब गुरुद्वारा जाने के लिए विशेष सुविधा प्रदान करेगा। इस कॉरीडोर से होकर करतारपुर जाने वाले लोगों को पाकिस्तान से वीजा पाने में भी आसानी होगी। करतारपुर जाने वाले पहले सर्वदलीय जत्थे में 117 सदस्य जाएंगे। जिनमें पंजाब के विधायक, लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य, एसजीपीसी सदस्य और संत समाज के सदस्यों के अलावा मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी होंगे।

करतारपुर कॉरीडोर का उद्घाटन समारोह गुरु नानक देव की 550वीं जयंती से पहले तीन दिनों तक चलेगा। भारत ने पाकिस्तान से अनुरोध किया है कि करतारपुर जाने वाले श्रद्धालुओं से 20 डॉलर सर्विस चार्ज लगाने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करे।

विदेश मंत्रालय के अनुसार शुरू में भारत से रोजाना 5000 श्रद्धालुओं को करतारपुर जाने की अनुमति दी जाएगी। बाद में 10,000 श्रद्धालुओं को अनुमति दी जाएगी। पाकिस्तान सीमा से लेकर करतापुर के गुरुद्वारा दरबार साहिब तक कॉरीडोर बना रहा है जबकि गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से सीमा तक कॉरीडोर भारत द्वारा बनाया जा रहा है।