नई दिल्ली : कश्मीर मसले पर अपनी सारी कूटनीतिक कोशिशें नाकाम हो जाने के बाद पाकिस्तान ने अब करतारपुर कॉरिडोर पर दांव खेला है। पाकिस्तान ने कहा है कि वह करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को न्योता भेजेगा। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को कहा कि करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए उनका देश मनमोहन सिंह को बुलाना चाहेगा। उन्होंने कहा, 'करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए हम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बुलाना चाहेंगे। वह सिख समुदाय से आते हैं। हम उन्हें एक औपचारिक निमंत्रण भेजेंगे।'

कुरैशी ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर का शुरू होना पाकिस्तान के लिए काफी महत्व रखता है। विदेश मंत्री ने कहा कि इस बारे में काफी गहन एवं विस्तृत चर्चा के बाद उद्घाटन समारोह के लिए हमने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आमंत्रित करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, 'मनमोहन सिंह धार्मिक आस्था वाले व्यक्ति हैं और पाकिस्तान में उनका काफी सम्मान है। इसे देखते हुए हम उन्हें न्योता देने जा रहे हैं।'

बता दें कि आगामी नौ नवंबर 2019 को करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोला जाना है और इस समय को देखते हुए वहां तेजी से काम पूरा किया जा रहा है। पाकिस्तान के करतारपुर स्थित दरबार साहिब और से पंजाब के गुरदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक श्राइन को जोड़ने के लिए भारत और पाकिस्तान मिलकर करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण कर रहे हैं। भारत और पाकिस्तान अपने-अपने हिस्से के कॉरिडोर का काम तेजी से पूरा करने में जुटे हैं। यह कॉरिडोर गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के मौके पर नवंबर में खोला जाना है।

करतारपुर कॉरिडोर पर सियासत भी खूब हुई है। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने इस कॉरिडोर को शुरू करने का श्रेय लेना चाहा जिसका भाजपा ने विरोध किया। भाजपा का दावा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय ही इस कॉरिडोर को शुरू करने की पहल हुई थी। साथ ही इस कॉरिडोर पर खुफिया एजेंसियों ने आशंका जताई है कि पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आएगा। वह इस कॉरिडोर का इस्तेमाल पंजाब में खालिस्तानी आतंकवाद को हवा देने के लिए कर सकता है।