तेहरान: इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चेहलुम या अरबईन के उपलक्ष्य में इराक़ में दुनिया की सबसे बड़ी पदयात्रा शनिवार से शुरू हो गई है।

मुहर्रम महीने की 28 तारीख़ को कर्बला में बंदी बनाए गए इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के घराने के बच्चों व महिलाओं को वर्तमान सीरिया की राजधानी दमिश्क़ में क्रूर शासक यज़ीद के दरबार में पहुंचाया गया था। इस मर्मस्पर्षी घटना की याद मनाने के लिए सदियों से इराक़ के विभिन्न क्षेत्रों विशेष कर पवित्र नगर नजफ़ से लोग पैदल यात्रा करके कर्बला में इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चेहलुम के अवसर पर उनकी ज़ियारत के लिए जाते हैं।

इराक़ में सद्दाम के तानाशाही सरकार के अंत के बाद पूरे संसार के विभिन्न देशों से श्रद्धालु इराक़ पहुंचते हैं और इमाम हुसैन के चेहलुम के अवसर पर तीन-चार दिन की पैदल यात्रा करके कर्बला में उनके रौज़े का दर्शन करते हैं। इराक़ के सरकारी सूत्रों ने बताया है कि पिछले साल एक करोड़ चालीस लाख श्रद्धालु पैदल यात्रा करके कर्बला पहुंचे थे और इस साल इससे भी अधिक संख्या में लोगों के कर्बला पहुंचने का अनुमान है।