नई दिल्ली: अगर आप नौकरीपेशा हैं और सैलरी आने के बाद आपको लगता है कि आपकी सैलरी से कटा हुआ पीएफ का पैसा आपके पीएफ एकाउंट में पहुंच गया होगा तो आपको जागने की जरूरत है। जी हां दरअसल, EPFO के ऑडिट में यह बात सामने आई है कि पीएफ एकाउंट में किसी के खाते में अधिक रकम दिखा रहा है तो किसी के एकाउंट में बिना लोन लिए 1-1 लाख का कर्ज दिखा रहा है। बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक ऑडिट रिपोर्ट में पता चला है कि प्राइवेट जॉब वाले कर्मचारियों के पीएफ खाते में नेगेटिव या गड़बड़ राशि दिखा रहा है।

किसी के खाते में जितनी राशि जमा की गई है उससे अधिक की निकासी दिखाई गई है। ईपीएफओ के अधिकारियों का यह भी कहना है कि ऑडिट में पाया गया कि कुछ मामलों में 1 लाख रुपये या उससे भी अधिक नेगेटिव एमाउंट दिख रहा है। सूत्रों कि मानें तो ‘अकाउंटिंग की गलती के कारण भी ऐसा हो सकता है। हालांकि इसका कारण नहीं पता चल पाया है। हालांकि पीएफ इकाइयों को कारण पता करने के लिए कहा गया है। इस तक के कितने मामले सामने आए हैं इस बात का नहीं पता चल पाया है।

एक ईपीएफओ अधिकारी के मुताबिक ऐसे मामलों की संख्या कम होगी। उन्होंने कहा कि सक्रिय सदस्यों की कुल 4.5 करोड़ की संख्या में गड़बड़ी वाले खातों की संख्या कम ही होगी। बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक ईपीएफओ ने अपनी 135 इकाइयों के 2018-19 के खातों का इंटरनल ऑडिट कराया था और अब इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इतना ही नहीं ऑडिट रिपोर्ट में 1 जनवरी, 2017 को शुरू की गई क्षमादान योजना में भी कई गड़बड़ियां पाईं गई हैं।