न्यूयोर्क: भारत के विदेशमंत्री एस जयशंकर का कहना है कि पाकिस्तान बेहद चुनौतीपूर्ण पड़ोसी है और भारत एक ऐसे पड़ोसी से बात नहीं कर सकता है जो नयी दिल्ली को बातचीत के मंच तक लाने का दबाव बनाने के लिए आतंकवाद का इस्तेमाल एक क़ानूनी हथियार के रूप में करता है और तथ्यों का आमना सामना कराने पर भी उससे मुकर जाने की नीति पर अमल करता है।

भारत के विदेशमंत्री एस जयशंकर ने 'काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस' नामक थिंक टैंक के एक कार्यक्रम के दौरान कश्मीर और दोनों देशों के बीच संबंधों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आपने दो प्रमुख शब्दों का प्रयोग किया है और मैं उनमें फ़र्क करते हुए अपनी बात की शुरुआत करना चाहता हूं। एक शब्द था कश्मीर और दूसरा था पाकिस्तान। और मैं ऐसा करने की वजह भी आपको बताउंगा। मैं नहीं समझता कि भारत और पाकिस्तान के बीच बुनियादी मुद्दा कश्मीर है। मेरा खयाल है कि यह हमारे बीच पाए जाने वाले कई मुद्दों का एक हिस्सा है।

भारत के विदेशमंत्री ने कहा कि भारत के लिए मुद्दा यह नहीं है कि वह पाकिस्तान से बात करेगा या नहीं लेकिन मुद्दा यह है कि भारत एक ऐसे देश से बात कैसे कर सकता है जो आतंकवाद फैलाता है। उन्होंने कहा कि निश्चित ही हर कोई अपने पड़ोसी से बात करना चाहता है। मुद्दा यह है कि मैं एक ऐसे देश से बात कैसे कर सकता हूं जो आतंकवाद फैलाता है और साफ-साफ कहा जाए तो हकीकत से रूबरू कराने पर उससे इनकार करने की नीति अपनाता है।