लखनऊ: विश्व के प्रत्येक हिस्से में स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य सवाओं को बेहतर बनाने के दिशा में फार्मेसी विषय और इस व्यवसाय से जुडे़ पेशेवरों के योगदान को रेखांकित करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 25 सितम्बर को विश्व फार्मेसिस्ट दिवस का आयोजन किया जाता है।

एमिटी इन्स्टीट्यूट ऑफ़ फार्मेसी, एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर द्वारा इस अवसर पर आस्था वृद्धाश्रम, कुकरैल मे निवास करने वाले बुजुर्गों हेतु निःशुल्क स्वास्थ्य जाॅच शिविर का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में संस्थान में एम-फार्मा, बी-फार्मा और फार्म-डी के लगभग 40 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। निदेशिका एमिटी इन्स्टीट्यूट ऑफ़ फार्मेसी, प्रोफेसर सुनीला धनेश्वर ने सभी को विश्व फर्मासिस्ट दिवस की बधाई देते हुए कहा कि स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में और बिमारियों की चिकित्सा के क्षेत्र में फार्मासिस्टों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होनें वृद्धाश्रम के बुजुर्गो से बातचीत कर उनके मानसिक परेशानियों को भी कम करने का प्रयास किया।

प्रति कुलपति एमिटी विवि, लखनऊ परिसर डा. सुनील धनेश्वर ने कहा कि, फार्मेसिस्ट दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य औषधियों के उपयोग विधि, बीमारियों से बचाव की तकनीकों और स्वास्थ्य व्यवस्था के सम्यक विकास के बारे में आद्यतन जानकारी से युवा फार्मासिस्टों को लैस करना है। उन्होंने इस विषय पर जनजागरूकता प्रसारण की आवश्यकता पर भी बल दिया।

कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने चिकित्सकों के निर्देषन में वुजुर्गाें का रक्तचाप, मधुमेह स्तर और हीमोग्लाबिन आदि जांचे की व उन्हें हेल्थ कार्ड उपलब्ध कराया। इस दौरान विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।