नई दिल्ली: ईरान के राष्ट्रपति रूहानी ने कहा है कि ईरानी राष्ट्र के ख़िलाफ़ अमरीकी अपराध और इन अपराधों के संबंध में संयुक्त राष्ट्र संघ की ख़ामोशी को इतिहास कभी नहीं भूलेगा। डॉक्टर हसन रूहानी ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एन्टेनियो गुटेरेस से न्यूयॉर्क में मुलाक़ात में ईरानी राष्ट्र के ख़िलाफ़ अमरीका के आर्थिक आतंकवाद के संबंध में यूएन की उदासीनता की आलोचना करते हुए कहा कि ईरानी जनता विगत की समस्याओं की तरह मौजूदा मुश्किलों से भी निपट लेगी लेकिन ईरानी राष्ट्र के ख़िलाफ़ अमरीकी अपराध और उस पर यूएन की ख़ामोशी इतिहास हमेशा याद रखेगा।

इस मुलाक़ात में राष्ट्रपति हसन रुहानी ने क्षेत्र के अस्थिर हालात का ज़िक्र करते हुए कहा कि आज फ़िलिस्तीन के हालात बहुत ही सख़्त हैं और ज़ायोनी फ़ौज आए दिन फ़िलिस्तीन, सीरिया, लेबनान और इराक़ पर हमले करती है, जिस पर संयुक्त राष्ट्र संघ कुछ नहीं कहता।

ईरानी राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र संघ के सहयोग से सीरिया संकट और यमन के संबंध में होने वाली प्रगति का ज़िक्र किया और इस संगठन के साथ सहयोग जारी रखने में ईरान की तय्यारी पर बल दिया।

उन्होंने क्षेत्र को सुरक्षित बनाने में संयुक्त राष्ट्र संघ के साथ सहयोग के लिए हुर्मुज़ शांति योजना को बहुत अहम बताया।

इस मुलाक़ात में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एन्टोनियो गुटेरेस ने सीरिया में संविधान कमेटी के गठन के लिए सीरिया के मामले में यूएन के विशेष प्रतिनिध गियर पीडरसन के साथ साथ आस्ताना वार्ता प्रक्रिया में ईरान के सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि यमन के मामले में भी अच्छी प्रगति हुयी है।