लखनऊ: भारत में इनफर्टिलिटी की समस्या चिंता का विषय बन चुकी है। भारत के लगभग 4-17 प्रतिशत कपल्स इनफर्टिलिटी की समस्या से पीड़ित हैं। हालांकि, इनमें से मात्र 1 प्रतिशत कपल्स ही गर्भधारण में सहायता हेतु आईवीएफ (इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन) या इनफर्टिलिटी हेतु अन्य उपचार का सहारा लेते हैं। फर्टिलिटी के क्षेत्र में सबसे बड़े सेवा-प्रदाताओं में से एक, नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी लखनऊ शहर में इनफर्टिलिटी के शिकार कपल्स में इसके प्रति जागरूकता पैदा करने एवं समाधान उपलब्ध कराने हेतु बदम उठा रहा है। नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी 20 सितंबर से 30 सितंबर, 2019 तक लखनऊ सेंटर में फर्टिलिटी की निःशुल्क जांच कराने की सुविधा उपलब्ध करा रहा है। कपल्स, निःशुल्क रूप से अल्ट्रासाउंड स्कैन करा सकते हैं और वरिष्ठ फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट्स से परामर्श प्राप्त कर सकते हैं।

इनफर्टिलिटी एक ऐसी स्थिति है, जिसके बारे में कभी-कभी पता नहीं चल पाता है। हालांकि, यदि लक्षणों की समय से पहचान हो जो, तो इससे सही समाधान उपलब्ध कराये जा सकते हैं। निम्नलिखित समस्याओं से पीड़ित कपल्स निःशुल्क फर्टिलिटी कैंप में सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।

ऽ एक वर्ष से अधिक समय से गर्भधारण हेतु प्रयास

ऽ कई बार गर्भपात

ऽ आईयूआई या आईवीएफ की कई बार विफलता

ऽ हेल्थ रिपोर्ट्स सामान्य हों, लेकिन गर्भधारण न हो

ऽ कम या न के बराबर बीज (स्पर्म)

ऽ पीसीओएस, अवरूद्ध फैलोपियन ट्यूब, एंडोमेट्रियोसिस या यूटेरिन फाइब्राॅयड्स की समस्याएं

इनफर्टिलिटी एक ऐसी चिकित्सा स्थिति है, जो फर्टिलिटी एक्सपर्ट्स के मार्गदर्शन एवं उपचार से ठीक हो सकती है। नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी का कंसल्टेशन प्रोग्राम इस स्थिति से लड़ने में कपल्स की मदद हेतु बढ़ाया गया एक कदम है।