नई दिल्ली: शाहजहांपुर मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगाने वाली युवती को पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया जहां अदालत ने पीड़िता को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।युवती पर चिन्मयानंद से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप है। चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने के मामले में मंगलवार को एसआईटी ने पीड़िता के तीन साथियों को रिमांड पर लिया था। दोस्तों के रिमांड पर लिए जाने के बाद पीड़िता की गिरफ्तारी की आशंका बढ़ गई थी।

कानून की छात्रा की अग्रिम जमानत पर गुरुवार को सुनवाई होने वाली थी, लेकिन एसआईटी ने अदालत के फैसले का इंतजार नहीं किया। अधिकारियों ने बताया कि कुछ फोन कॉलों से पता चला कि पीड़िता भागने की योजना बना रही थी। युवती को शाहजहांपुर में उसके घर से गिरफ्तार किया गया और कोतवाली पुलिस स्टेशन ले जाया गया। फिर उसे मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाया गया और बाद में अदालत में पेश किया गया।

वहीं पीड़िता के पिता ने गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जब कल यानि 26 सितम्बर को अरेस्ट स्टे पर सुनवाई होनी थी, तो आज क्यों गिरफ्तार किया गया। बिना नोटिस के एसआईटी जबरन घर से उठा के ले गयी।

मंगलवार को पीड़ित छात्रा ने गिरफ्तारी से बचने के लिए एडीजे प्रथम कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दाखिल की थी। कोर्ट इस याचिका पर 26 सितंबर को सुनवाई करेगी। इससे पहले छात्रा सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंची थी। जहां उसने डिवीजनल बेंच में अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाए जाने व 164 का बयान दोबारा दर्ज कराए जाने की याचिका दाखिल की थी। लेकिन अदालत ने याचिका को ठुकरा दिया था। अदालत ने कहा था कि, यदि पीड़ित छात्रा इस संबंध में कोई राहत चाहती है तो वह उचित पीठ के समक्ष नयी याचिका दायर कर सकती है।