लखनऊ: कांगे्रस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि सत्ता के अहंकार में चूर होकर भारतीय जनतापार्टी के जनपद मुजफ्फर नगर के खतौली क्षेत्र से विधायक विक्रम सैनी ने आजादी के महानायक, आधुनिक भारत के निर्माता और देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, स्व. राजीव गाँधी सहित उनके परिवार के खिलाफ जिस अशोभनीय, अमर्यादित और निन्दनीय भाषा का प्रयोग किया है उसकी मैं कठोर शब्दों में भर्तसना करता हंूूॅ, और भारतीय जनता पार्टी के नेतृृत्व से आग्रह करता हंूूॅ कि पंडित नेहरू एवं उनके परिवार के खिलाफ दिये गये बयान को वापस लिया जाय ओर विधायक के खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाय ।

श्री तिवारी ने कहा है कि जब राजनीति की मर्यादा और शालीनता सभी टूट जायं तब इस बात की पीड़ा होती है कि क्या सत्तारूढ़ दल का यही लोकतन्त्र है ? देश का इतिहास साक्षी है कि जब महात्मा गांॅधी , पंडित जवाहर लाल नेहरू और सरदार बल्लभ भाई पटेल के नेतृृत्व में देश के आजादी की लड़ाई लड़ी जा रही थी तब यही विचारधारा थी जो आजादी की लड़ाई में अंगे्रजों का साथ दे रही थी और ‘‘अंगे्रजों भारत छोंड़ो आन्दोलन’’ का विरोध कर रही थी ।
श्री तिवारी ने कहा है कि आज ऐसा लगता है कि नाथूराम गोडसे की गोलियों की तरह कुत्सिक विचाराधारा की ये बोलियांॅ भी आज उसी तरह जिन्दा हैं । मुझे पूरी उम्मीद है कि भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृृत्व इस पर शीघ्र कार्यवाही करेगा ।

श्री तिवारी ने कहा है कि राजनीति में बोलने का और आलोचना करने का एक स्तर होना चाहिए, जो इस दुनिया में नहीं रहे उनके खिलाफ इस तरह घटिया विष वमन करना सत्तारूढ़ दल के अहंकार और अमर्यादित व्यवहार को प्रदर्शित करता है । लोकतंत्र में ऐसी कौन सी राजनैतिक आलोचना है जो शालीन शब्दों में नहीं की जा सकती है ? इस तरह गाली- गलौच से भी स्तरहीन भाषा का प्रयोग स्वर्गीय नेताओं के खिलाफ करने वालों का सार्वजनिक बहिष्कार किया जाना चाहिए ।