नई दिल्ली: मलेशिया के प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद ने मंगलवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस्लामिक धर्मगुरू जाकिर नाइक को कभी भी मलेशिया से वापस भेजने का अनुरोध नहीं किया। मलेशियाई पीएम ने कहा कि कई देश जाकिर नाइक को अपने यहां पनाह नहीं देना चाहते हैं। मैं पीएम मोदी से मिला था, लेकिन उन्होंने जाकिर नाइक को वापस भेजने के लिए कुछ नहीं कहा। यह आदमी (जाकिर नाइक) भारत के लिए भी परेशानी का सबब बन सकता है।

मलेशियाई प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद ने कहा कि जाकिर नाइक इस देश के नागरिक नहीं हैं। उन्हें पिछली सरकार ने यहां रहने के लिए स्थायी दर्जा दिया गया था। स्थायी निवासी को देश की व्यवस्था या राजनीति पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने इसका उल्लंघन किया है, इसलिए अब उन्हें कुछ बोलने की अनुमति नहीं है। मलयेशियाई मीडिया ने इसकी जानकारी दी।

उन्होंने जाकिर के प्रत्यर्पण के सवाल पर कहा, जाकिर को कोई भी देश अपनाना नहीं चाहता। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे मुलाकात के दौरान नाइक के प्रत्यर्पण का अनुरोध नहीं किया। यह आदमी भारत के लिए भी मुसीबत बन सकता है।

गौरतलब है कि जाकिर पर मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप हैं। महातिर मोहम्मद इसी महीने रूस में ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम बैठक के इतर दौरान पीएम मोदी से मिले थे।

उन्होंने कहा कि जाकिर द्वारा दिए गए नस्लीय रूप से विभाजनकारी टिप्पणियों के बाद मलेशिया में सार्वजनिक रूप से बोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। गौरतलब है कि जाकिर ने अपने एक भाषण में कहा था कि चीनियों को वापस चीन भेजा जाना चाहिए। महातिर मोहम्मद ने कहा कि हम उसे किसी और जगह भेजने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कोई भी उसे अपनाने करने को तैयार नहीं है।