नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस समय ताकतवर हैं या नहीं इसका फैसला जनता आम चुनाव 2019 में कर चुकी है। लेकिन एक ट्वीट के जरिए उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया, ट्रोल और उनके खिलाफ एजेंडा चलाने वाले पत्रकारों की वजह से वो मजबूत हुए हैं।

टीचर्स डे के मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि इन वर्षों में जिन लोगों से उन्होंने जो कुछ सीखा उसके लिए वो धन्यवाद करते हैं। इतने वर्षों में उनके खिलाफ एजेंडा चलाया गया,ट्रोल किया गया, दुष्प्रचार किया गया। लेकिन उससे उनको सिर्फ ताकत मिली। राहुल गांधी कहते हैं कि आलोचनाओं से वो परेशान नहीं होते हैं बल्कि उन्हें ताकत मिलती है। जिन लोगों ने उनके खिलाफ अभियान चलाया एक तरह से वो अभिशाप में वरदान की तरह था।

आम चुनाव 2019 में कांग्रेस की पराजय के बाद राहुल के मीम्स बने और हार के लिए उनके सिर पर ठीकरा फोड़ा गया। राहुल गांधी ने जहां ट्रोलर और उनके खिलाफ जहर उगलने वालों की खिंचाई की वहीं उनकी मां और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि देश बनाने में जिन लोगों का योगदान रहा है उन्हें वो शुभकामनाएं देती हैं। उन्होंने कहा कि इस देश के निर्माण में शिक्षकों के योगदान को कमतर कर आंका नहीं जाना चाहिए।

सोनिया गांधी ने कहा कि देश की बुनियाद मजबूत करने में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है। आलोचना, समालोचना राजनीति का हिस्सा होती है और किसी भी शख्स को इसलिए परेशान नहीं होना चाहिए कि उसके खिलाफ खबरें चलाई जाती हैं। एक तरह से आलोचना से आत्मनिरीक्षण का मौका मिलता है जिसकी वजह से हम बेहतरी के लिए आगे बढ़ते रहते हैं।