नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना का बेड़ा और मजबूत हो गया है, अमेरिका में निर्मित 8 युद्धक हेलीकाप्टर अपाचे एएच-64ई पंजाब के पठानकोट में भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल किए गए हैं। अमेरिकी कंपनी बोइंग ने 27 जुलाई को पहले चार हेलीकाप्टर भारतीय वायु सेना को सौंप दिए थे। कुल 22 हेलीकाप्टरों की आपूर्ति की जानी है।

वायुसेना तीन सितंबर को पठानकोट स्टेशन पर अपाचे एएच-64ई हेलीकॉप्टरों को बेड़े में शामिल करने के लिए एक समारोह आयोजित किया गया है, एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हैं।

भारत सरकार ने अमेरिकी हथियार बनाने वाली कंपनी बोइंग के साथ 22 अपाचे हेलीकॉप्टर खरीदने का सौदा हुआ था और कहा जा रहा है कि अगले साल तक भारत को सारे बाइस अपाचे हेलीकॉप्टर मिल जाएंगे।

गौरतलब है कि एएच -64ई अपाचे दुनिया के सबसे आधुनिक बहु-उद्देश्यीय लड़ाकू हेलीकाप्टरों में से एक है और अमेरिकी सेना भी इसका इस्तेमाल करती है। वायुसेना ने 22 अपाचे हेलीकाप्टरों के लिए सितंबर 2015 में अमेरिकी सरकार और बोइंग लिमिटेड के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे।

रक्षा मंत्रालय ने 22 एएच-64 अपाचे हमलावर हेलीकॉप्टर के उत्पादन, प्रशिक्षण और सपोर्ट के लिए 2015 में ऑर्डर को अंतिम रूप प्रदान किया था। बोइंग 2020 तक सभी 22 अपाचे हेलीकॉप्टर आईएएफ को संचालन के लिए सुपुर्द करेगी।

बोइंग ने अब तक दुनियाभर में अपने ग्राहकों को 2,200 अपाचे हेलीकॉप्टर प्रदान किए हैं। अपाचे का चयन करने वाला भारत दुनिया का 14वां देश है। एएच-64ई में नवीनतम प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है जिससे यह दुनिया का सर्वोत्तम हमलावर हेलीकॉप्टर बना हुआ है।