नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को हमला होने पर तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों की पिटाई करने और बाद में मामले को संभाल लेने संबंधी बयान देकर विवाद पैदा कर दिया है।

सांसद घोष ने तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चेताया कि उनका भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम जैसा हाल होगा, जो कि कथित भ्रष्टाचार के मामले में अभी सीबीआई की हिरासत में हैं। पुलिस ने हिंसा भड़काने के प्रयास के आरोप में सांसद के खिलाफ मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की है।

पूर्वी मेदनीपुर जिले के मेचेडा में सोमवार रात पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस के गुंडों और पुलिसकर्मियों से डरने की जरूरत नहीं है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में भाजपा कार्यकर्ताओं पर अक्सर हमले होते हैं। दोषियों को पकड़ने की जगह पुलिस फर्जी मामलों में हमारे लड़कों को फंसा रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप पर हमला होता है तो तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और पुलिस कर्मियों को पीट दीजिए। डरने की जरूरत नहीं। कोई भी दिक्कत होगी तो हम हैं ना, सब संभाल लेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम को जेल भेजा जा सकता है, तो तृणमूल कांग्रेस के ये नेता तो हमारे लिए मच्छर, कीड़े-मकोड़े की तरह हैं।’’

घोष के बयान के बाद राज्य में राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। तृणमूल कांग्रेस ने भड़काऊ बयान देने के लिए भाजपा और उसके नेताओं की आलोचना की है। तृणमूल कांग्रेस के नेता और मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘‘घोष का बयान भाजपा नेताओं के बदले की भावना को जाहिर करता है। हम राज्य में अमन-चैन का माहौल बिगाड़ने के लिए ऐसे भड़काऊ बयानों की भर्त्सना करते हैं।’’

पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूर्वी मेदनीपुर जिला पुलिस ने हिंसा भड़काने के प्रयास के लिए घोष के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला शुरू किया है। इस पर प्रतिक्रिया जताते हुए घोष ने कहा कि अगर उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ तो वह फिर से इस तरह का बयान देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल पुलिस ने पहले से (मेरे खिलाफ) 22 मामले दर्ज कर रखे हैं । एक और जुड़ जाएगा । मुझे फर्क नहीं पड़ता ।’’