नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राहुल गांधी को श्रीनगर एयरपोर्ट से वापस किए जाने पर सफाई पेश की है। सोमवार को राजधानी दिल्ली में उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी ने मेरे आमंत्रण को गलत रूप में ले लिया। मैंने कहा था कि अगर आपको हमारे ऊपर भरोसा नहीं है तो आओ और देख जाओ। बाद में उन्होंने कहा कि मैं हाउस अरेस्ट किए गए लोगों से मिलूंगा और आर्मी से मिलूंगा। मैंने कहा कि ये शर्तें स्वीकार नहीं हैं और फिर प्रशासन पर छोड़ दिया।'

इससे पहले सत्यपाल मलिक ने कहा कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने और दो केंद्र शासित राज्य बनाए जाने के बाद से हिंसा में किसी की जान नहीं गई है। इंसानी जान नहीं जानी चाहिए। अगर संचार माध्यमों पर अंकुश लगाने से जिंदगी बचाने में मदद मिलती है तो इसमें क्या नुकसान है।

राहुल गांधी समेत 11 अन्‍य विपक्षी दलों के नेताओं का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को कश्मीर पहुंचा था। इन सभी को श्रीनगर हवाई अड्डे से ही वापस दिल्ली भेज दिया गया। इस मामले पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा था कि अभी राहुल गांधी की यहां कोई जरूरत नहीं है। उनकी जरूरत यहां तब थी, जब उनके सहयोगी संसद में बोल रहे थे।

श्रीनगर से दिल्ली लौटने के बाद राहुल गांधी ने मीडिया से कहा, 'कुछ दिनों पहले मुझे राज्यपाल ने कश्मीर की यात्रा के लिए आमंत्रित किया था। मैं स्वीकार कर लिया। हम वहां के लोगों की हालत देखना चाहते थे लेकिन हमें एयरपोर्ट से बाहर जाने की इजाजत नहीं दी। स्पष्ट है कि जम्मू कश्मीर के हालात सामान्य नहीं हैं।'