खाने में स्वाद और महक को बढ़ाने के लिए लोग हींग का प्रयोग करते हैं लेकिन कई लोगों को ये पता ही नहीं होता कि ये हींग केवल खाने के स्वाद को ही नहीं बढ़ता बल्कि कई रोगों की नेचुरल दवा भी है। इसे पानी में घोल कर लेने से कई तरह के दर्द दूर हो जाते हैं। ये इतना सेफ है कि नवजात शिशु तक को ये दिया जा सकता है। हींग का सेवन करने से ही इसका फायदा नहीं मिलता बल्कि इसे लगाने से भी कई दिक्कतें दूर हो जाती हैं।

हींग की खासियत यह है कि इसे सरसों के दाने के बराबर लेना होता है। इतने में ही ये बेहद कारगर हो जाता है। ज्यादा प्रयोग करने से खाने का स्वाद खराब हो जाता है जबकि सेहत के लिए भी ये सही नहीं होता। इसलिए शरीर, आयु और रोग के अनुसार हींग का सेवन करना चाहिए। तो आए आज हींग के पानी के बारे में जानें कि ये किस-किस बीमारियों में फायदेमंद है।

यदि नवजात शिशु के पेट में दर्द हो रहा हो तो आप उसकी नाभी में हींग का पानी लगा दें। इससे उसे तुरंत आराम मिलेगा। यदि शिशु तीन महीने से ऊपर का है तो हींग उसे पिलाई भी जा सकती है।
आपको कांस्टिपेशन की शिकायत रहती हो तो आपको हींग जरूर लेना चाहिए। इसके लिए रात को सोने से पहले हींग,अजवाइन और काला नमक का चूर्ण बना कर गुनगुने पानी से फांकें। ऐसा रोज करने से समस्या दूर हो जाएगी।
जिन बच्चों या बड़ों को भूख न लगने कि समस्या हो उन्हें घी में हींग डाल कर अदरक को भूनना चाहिए। इसके बाद इसपर नींबू का रस छिड़क कर पीना चाहिए। इससे भूख लगने लगेगी।

शरीर में कहीं अगर कांटा धंस गया हो और वह अंदर चला गया हो तो आप उस पर हींग का पानी लगा कर बैंडेज से बांध दें। ऐसा कई बार करने से कांटा खुद ब खुद बाहर आ जाएगा।

कान में दर्द होने पर तिल के तेल में हींग को पका कर इसे बूंद-बूंद कर कई बार डालें। इससे दर्द में राहत मिलेगी और यदि कान में कुछ कीड़ा आदि चला गया हो तो वह खुद ही बाहर आ जाएगा।

यदि आपके दांतों में कैविटी हो गई हो तो आप रात में सोते समय हींग की छोटी सी डली को दांतों से दबा लें। कैवेटी भी ठीक हो जाएगी और कीड़े भी निकल जाएंगे।