नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सोमवार को चंद्रयान -2 पर स्थापित टेरेन मैपिंग कैमरा का उपयोग करके चंद्रमा की सतह को दर्शाने वाली तस्वीरों का एक सेट जारी किया। 4,375 किमी की ऊंचाई से क्लिक की गई तस्वीरों में जैक्सन, मित्रा (एक भारतीय भौतिक विज्ञानी के नाम पर), मच और कोरोलेव जैसे क्रेटर्स को दिखाया गया है।

अंतरिक्ष एजेंसी ने एक ट्वीट में कहा, 'चंद्रयान -2 के टेरेन मैपिंग कैमरा -2 (टीएमसी -2) द्वारा 23 अगस्त को जैक्सन, मच, कोरोलेव और मित्रा जैसे क्रेटरों को दिखाते हुए लगभग 4375 किमी की ऊंचाई पर स्थित चंद्र सतह की तस्वीर ली गई।'

अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि मित्रा क्रेटर, चंद्रयान -2 द्वारा खींची गई तस्वीर का नाम प्रोफेसर सिसिर कुमार मित्रा के नाम पर रखा गया, जो एक भारतीय भौतिक विज्ञानी और पद्म भूषण प्राप्तकर्ता थे, जो आयनमंडल और रेडियोफिजिक्स के क्षेत्र में अग्रणी काम के लिए जाने जाते थे।

बता दें कि चंद्रयान -2 वर्तमान में चंद्रमा के चारों ओर 118 किलोमीटर x 4412 किलोमीटर की अंडाकार कक्षा में उड़ रहा है और यह अगले कुछ दिनों में, चंद्रयान -2 खुद को चंद्रमा के करीब लाने का प्रयास करेगा। वहीं, 2 सितंबर को लैंडर विक्रम चंद्रयान -2 अंतरिक्ष यान से अलग हो जाएगा और चंद्रमा के चारों ओर अपनी कक्षा में पहुंच जाएगा। जबकि, चंद्रयान -2 अगले महीने की 7 सिंतबर के शुरुआती घंटों में अपने लैंडर 'विक्रम' की नरम लैंडिंग के प्रयास की महत्वपूर्ण प्रक्रिया को अंजाम देगा।

गौरतलब है कि भारत चंद्रमा पर रोवर उतारने वाला दुनिया का चौथा देश होगा। वहीं चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास 'सॉफ्ट लैंडिंग' करने के लिए दुनिया का एकमात्र देश होगा। इससे पहले 22 अगस्त को इसरो ने चंद्रयान 2 के चांद की कक्षा में दाखिल होने के बाद भी कैमरे की तस्वीर शेयर की थी।

इसरों ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि चांद की सतह से लगभग 2 हजार 650 किमी की उंचाई पर चंद्रयान 2 विक्रमलैंडर की मदद से चंद्रमा की तस्वीर ली गई है। उन्होंने ने लिखा कि फोटो में ओरिएंटेल बेसिन और अपोलो क्रेटर्स मिशन की लोकेशन भी देखी जा सकती है।

बता दें कि 22 जुलाई को इसरो ने अपना दूसरा चंद्रयान आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीस धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लांच पैड से जीएसएलवी-मार्क3 रॉकेट की मदद से प्रक्षेपित किया था। इसरो के मुताबिक, चंद्रयान 2 चंद्रमा पर पानी की संभावना और खनिज एंव अन्य तत्वों का जांच करेगा। इसके साथ ही चंद्रयान 2 चंद्रमा पर जीवन की संभावनाएं को भी तलाशेगा।