ऑस्ट्रेलिया की एक विकेट से हार, अंतिम विकेट के लिए हुई 76 रन की नाबाद साझेदारी

लीड्स: बेन स्टोक्स की करिश्माई शतकीय पारी की बदौलत इंग्लैंड ने तीसरे एशेज टेस्ट की चौथी पारी में 359 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 1 विकेट से जीत हासिल की। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक मेजबान टीम ने 3 विकेट खोकर 156 रन बना लिए थे। चौथे दिन उसे 203 रन की दरकार थी जबकि ऑस्ट्रेलिया जीत से 7 विकेट दूर था। लेकिन रोमांचक मैच में ऑस्ट्रेलियाई और जीत के बीच बेन स्टोक्स बाधा बन गए और नाबाद 135 रन की पारी खेलकर अपनी टीम को जीत दिला दी। 142 साल के क्रिकेट इंतिहास में इंग्लैंड की टीम पहली बार चौथी पारी में 350 रन से ज्यादा के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल करने में सफल हुई है। इंग्लैंड की इस जीत के साथ सीरीज 1-1 से बराबर हो गई है।

चौथे दिन 3 विकेट पर 156 रन के स्कोर से आगे खेलने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कप्तान जो रूट अपने स्कोर में महज 2 रन जोड़ने के बाद नाथल लॉयन की गेंद पर वॉर्नर के हाथों लपके गए। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए जॉनी बेयर्स्टो और बेन स्टोक्स ने पारी को आगे बढ़ाया। दोनों के बीच पांचवें विकेट के लिए 86 रन की साझेदारी हुई। इस जोड़ी ने इंग्लैंड को 200 रन के पार पहुंचाया। लेकिन 245 के स्कोर पर हेजलवुड ने बेयर्स्टो को लाबुशाने के हाथों लपकवाकर पवेलियन वापस भेज दिया। बेयर्स्टो 36 रन की पारी खेल सके। उनके बाद बल्लेबाजी करने उतरे जोस बटलर और क्रिस वोक्स महज 1-1 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। बटलर को ट्रेविस हेड ने रन आउट कर दिया वहीं वोक्स को हेजलवुड ने वेड के हाथों एक्स्ट्रा कवर पर कैच कराकर पवेलियन वापस भेज दिया। ऐसे में 261 के स्कोर पर 7 विकेट गंवाकर इंग्लैंड की टीम परेशानी में आ गई।

इसके बाद बेन स्टोक्स ने एक छोर पर डटे रहकर रन बनाने शुरु किए। उन्होंन पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ बल्लेबाजी करते हुए स्कोर को आगे बढ़ाया। 286 के स्कोर पर जोफ्रा आर्चर और स्टुअर्ट ब्रॉड नाथन लॉयन और जेम्स पेटिन्सन का शिकार बनकर पवेलियन लौट गए। इंग्लैंड को जीत के लिए 73 रन की दरकार थी और उनके पास एक विकेट शेष था।

स्टोक्स को अंत में जैक लीच का साथ मिला। लीच ने आयरलैंड के खिलाफ इंग्लैंड के लिए पारी की शुरुआत करते हुए 92 रन की पारी खेली थी। उन्होंने एक बार फिर अपनी बल्लेबाजी की प्रतिभा का मुजाहिरा पेश किया और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने नहीं झुके। उन्होंने दूसरे छोर से स्टोक्स का पुरजोर साथ दिया। दोनों के बीच दसवें विकेट के लिए नाबाद 76 रन की साझेदारी हुई। इस साझेदारी में लीच ने 17 गेंद का सामना किया और केवल 1 रन का योगदान किया। वहीं स्टोक्स ने 44 गेंद पर 74 रन बनाकर अपनी टीम को ऐतिहासिक और यादगार जीत दिला दी।

बेन स्टोक्स ने 199 गेंद में अपना शतक पूरा किया। इस दौरान उन्होंने 8 चौके और 5 छक्के जड़े। इसके बाद उन्होंने तेजी से रन बल्लेबाजी की और अंत में 219 गेंद पर 135 रन बनाकर नाबाद रहे। अंतिम 35 रन बनाने के लिए उन्होंने 3 चौके और 3 छक्के जड़े।

नाथन लॉयन ने अंत में ऑस्ट्रेलियाई जीत का शानदार मौका गंवा दिया। जब जीत से इंग्लैंड 2 रन दूर था तब बेन स्टोक्स ने एक शॉट खेलकर रन लेने की कोशिश की लेकिन बाद में इंकार कर दिया। ऐसे में लीच डेंजर एंड से दौड़कर बीच पिच पर पहुंच गए थे। इसके बाद फील्डर ने रन आउट की कोशिश में थ्रो लॉयन की ओर फेंका जिसे वह नहीं पकड़ पाए और जीत का शानदार मौका गंवा दिया। इसके बाद खराब अंपायरिंग भी कंगारुओं की जीत में बाधा बनी। इस रन की घटना के बाद अगली ही गेंद पर अंपायर ने स्टोक्स को एलबीडब्ल्यू नहीं दिया। ऑस्ट्रेलिया के पास कोई रिव्यू नहीं बचा था लेकिन बाद में रीप्ले में देखने पर पता चला कि स्टोक्स आउट थे। एक फिर भाग्य ने स्टोक्स का साथ दिया और वो अपनी टीम के लिए हीरो बन गए।