नई दिल्ली: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र का सोमवार को दिल्ली में निधन हो गया. वे 82 वर्ष के थे. मिश्र के परिजनों के मुताबिक वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और उनका दिल्ली में इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान ही सोमवार की सुबह उन्होंने अंतिम सांसें ली. उनके निधन की खबर बिहार पहुंचने के बाद पूरे राज्य में शोक की लहर व्याप्त हो गई है. डॉ. मिश्र की पहचान बिहार की राजनीति में दिग्गज नेता के रूप में होती थी.

बिहार के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके मिश्र की बचपन से ही राजनीति में रुचि थी. उन्होंने कॉलेज के प्रोफेसर के रूप में अपना करियर प्रारंभ किया लेकिन इसके बाद वे राजनीति में आ गए और कांग्रेस में शामिल हो गए. डॉ. मिश्र केंद्रीय मंत्री का भी दायित्व संभल चुके थे. वे वर्तमान में जनता दल (युनाइटेड) में थे.

जगन्नाथ मिश्र के भाई ललित नारायण मिश्र इंदिरा गांधी की सरकार में रेल मंत्री थे. ललित 1973 से 1975 तक भारत के रेलमंत्री थे. 3 जनवरी 1975 को समस्तीपुर बम-विस्फोट में उनकी मृत्यु हो गयी थी. जगन्नाथ मिश्रा को जमीनी नेता माना जाता था. उनका नाम बिहार के बड़े नेताओं में गिना जाता है. वह 90 के दशक के बीच केंद्रीय कैबिनेट मंत्री भी रहे. कांग्रेस छोड़ने के बाद, वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए और इसके बाद वह जनता दल (यूनाइटेड) के साथ जुड़े.