लखनऊ: नाइजीरिया से इलाज के लिए भारत आये आयतुल्लाह ज़कज़की के वापिस जाने पर इमामे जुमा मौलाना सय्यद कलबे जवाद नकवी ने खेद व्यक्त करते हुए नाइजीरिया सरकार और उन लोगो की कड़ी निंदा की जो उनके नाम पर गन्दी सियासत कर रहे थे। मौलाना ने कहा कि आयतुल्लाह ज़कज़की के वापस जाने का हमे बहुत खेद है । उनका इलाज मेदांता अस्पताल में हो रहा था मगर नाइजीरिया सरकार ने उन्हें यहां एक आतंकवादी बना कर पेश किया जिस की वजह से उन के इलाज में बहुत मुश्किलें आयी। नाइजीरिया सरकार और दिल्ली सरकार में मौजूद नाइजीरिया दूतावास नही चाहता था कि उनका इलाज भारत मे हो।

मौलाना ने उन लोगो की भी कड़ी निंदा की जिन्होंने आयतुल्लाह ज़कज़की को भारत छोड़ने पर मजबूर किया । मौलाना ने कहा कि कुछ भारत विरोधी लोग नही चाहते थे कि उनका इलाज भारत मे हो । वो लगातार शेख ज़कज़की को गुमराह कर रहे थे कि भारतीय डॉक्टर उनका कत्ल कर देंगे । हमने अपने लोगों के माध्यम से और मुख्तार अब्बास नकवी ने उन से मुलाकात करके बेहतर इलाज का आश्वासन दिया था मगर भारतीय विरोधी अपनी साजिशों में कामयाब हो गए और शेख ज़कज़की को भारत छोड़ कर जाना पड़ा , जो अत्यंत दुखद है।

मौलाना ने कहा कि कुछ लोग उनके नाम पर बड़ा फंड इकट्ठा करने की कोशिश कर रहे थे जो निंदनीय है, अगर किसी ने भी शेख ज़कज़की के नाम पर किसी को भी एक रुपया डोनेशन दिया है तो वो चन्दा जमा करने वाले का नाम ज़ाहिर करे। हम ऐसे लोगो की कड़ी निंदा करते हैं जिन्होंने शेख ज़कज़की के नाम पर फंड इकट्ठा करने की कोशिश की।