नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के नेता एवं लोकसभा सांसद आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। 1-2 महीने के बीच उन पर लगभग 30 मामले दर्ज किए गए हैं।

सांसद आजम खान के अवैध निर्माण पर पुलिस का डंडा चला है। शुक्रवार को रामपुर सांसद आजम खान के हमसफर रिजॉर्ट की दीवार पर शुक्रवार को प्रशासन ने बुलडोजर चलवा दिया। यह जौहर यूनिवर्सिटी रोड पर बना है।

समाजवादी पार्टी के नेता एवं लोकसभा सांसद आजम खान के खिलाफ पिछले एक महीने में करीब 30 प्राथमिकियां दर्ज की गईं हैं। पुलिस ने बताया कि ये सभी मामले रामपुर में उनके विश्वविद्यालय के लिए किसानों की जमीन हड़पने से जुड़े हुए हैं।

अखिलेश यादव नीत शासन के दौरान उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री रहे खान मोहम्मद अली जौहर विश्विविद्यालय के संस्थापक एवं कुलाधिपति हैं। इसकी स्थापना 2006 में हुई थी। रामपुर के पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने कहा, “11 जुलाई से करीब दो दर्जन किसान विश्वविद्यालय के लिए उनकी जमीन का अतिक्रमण किए जाने के आरोप के साथ पुलिस के पास आ चुके हैं। हमने इन मामलों में 30 प्राथमिकियां दर्ज की हैं और जांच जारी है।”

उन्होंने बताया कि ये मामले भारतीय दंड संहिता के 323 (जानबूझ कर चोट पहुंचाना), 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना), 447 (आपराधिक अतिक्रमण), 389 (वसूली के लिए किसी व्यक्ति को आरोपी बनाए जाने का डर दिखाना), 506 (आपराधिक धमकी) के तहत दर्ज किए गए हैं।

शर्मा ने कहा, ‘‘कुछ किसानों ने एक बीघा, दो बीघा और कुछ ने और अधिक बीघा जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है। अब तक 0.349 हेक्टेयर भूमि अतिक्रमण की शिकायत दर्ज हुई है और जरूरी कार्रवाई की गई है।”

अधिकारी ने कहा, “इन मामलों में अर्थ दंड के अलावा गिरफ्तारी और कैद की सजा हो सकती है।” जमीन पर कब्जा करने के अलावा रामपुर पुलिस ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों के खिलाफ 16 जून को एक आपराधिक मामला दर्ज किया था। यह मामला 250 साल पुराने रामपुर के ओरियंटल कॉलेज के प्रधानाचार्य की शिकायत पर दर्ज किया गया कि वहां से करीब 9,000 किताबें चोरी कर उन्हें जौहर विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में रख लिया गया।