नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। प्रशासन द्वारा भूमाफिया घोषित किए जाने के बाद अब उन्हें हिस्ट्रीशीटर घोषित किए जाने पर विचार किया जा रहा है। बता दें कि आजम खान के खिलाफ इस साल अप्रैल से अब तक 72 मामले दर्ज हो चुके हैं। रामपुर के जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह के अनुसार, आजम खान के खिलाफ दर्ज अधिकतर मामले आपराधिक हैं, जिनमें जबरन जमीन कब्जाने और चोरी के मामले शामिल हैं। ऐसे में हमने उनकी हिस्ट्रीशीट खोलने का फैसला किया है।

जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह का कहना है कि 72 मामलों में से 15 मामलों में चार्जशीट फाइल हो चुकी है। वहीं अन्य मामलों की जांच जारी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, हिस्ट्रीशीटर घोषित होने के बाद अब सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान पर पुलिस हर समय उनकी गतिविधियों पर नजर रखेगी।

आजम खान के खिलाफ ताजा मामला गुरुवार को दर्ज हुआ है। इस मामले के तहत आजम खान और जिला नगरपालिका के एक पूर्व अधिकारी को नामजद किया गया है। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने शत्रु जमीन पर कब्जा किया और उसे जौहर यूनिवर्सिटी का हिस्सा बनाया। आजम खान इस जौहर यूनिवर्सिटी के चांसलर हैं।

आजम खान के सहयोगी और रिटायर्ड डिप्टी एसपी आले हसन खान भी कई मामलों में आरोपी हैं और फिलहाल फरार हैं। जिनकी तलाश में पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है। आजम खान के बेटे और सपा नेता मोहम्मद अब्दुल्ला आजम खान का इस पूरे मामले पर कहना है कि रामपुर जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस हमारे करीबी लोगों को निशाना बना रहे हैं। मेरे पास जो जानकारी है, उसके अनुसार, जो केस दर्ज किए गए हैं, वो गलत आरोपों के आधार पर दर्ज किए गए हैं और हम इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे और इन एफआईआर को रद्द करने की मांग करेंगे।