नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगायी गई है। घाटी के कई जिलों में सोमवार को प्रतिबंध लगाते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी गई। सुरक्षा कारणों से जम्मू-कश्मीर में स्कूल और कॉलेज में कक्षाओं को निलंबित कर दिया गया है और परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं।

अधिकारियों ने बताया कि राजौरी और किश्तवाड़ जिलों तथा रामबाण जिले के बनिहाल इलाके में रात्रि कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं जम्मू और कश्मीर संभागों के कई जिलों में निषेधाज्ञा लागू की गई है। उन्होंने बताया कि सरकार ने सीआरपीसी की धारा144 के तहत श्रीनगर जिले में एहतियाती तौर पर रविवार देर रात प्रतिबंध लगाए।

आदेशानुसार, ‘‘ लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध है और शिक्षण संस्थान (श्रीनगर जिल में) भी बंद रहेंगे।’’ आदेश में कहा कि सार्वजनिक बैठक करने या रैली निकालने पर पूर्ण प्रतिबंध है। ‘‘आवश्यक सेवाओं के अधिकारियों के पहचान पत्र उनकी आवाजाही के पास के रूप में मान्य होंगे।’’

जम्मू, किश्तवाड़, रिआसी, डोसा और उधमपुर जिले में स्कूलों और कॉलेजों को सोमवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है। किश्तवाड़ के उपायुक्त अंग्रेज सिंह राणा ने कहा, ‘‘ किश्तवाड़ में एहतियाती तौर पर हमने आज रात से सिर्फ रात के लिए कर्फ्यू लगाया गया है।’’

उन्होंने बताया कि जिले में स्कूल और कॉलेज बंद हैं। अधिकारियों ने बताया कि राजौरी जिले में भी रविवार रात से कर्फ्यू लगाया गया और वहां भी सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने का आदेश दिया गया है। बनिहाल में स्पीकर लगे वाहनों से रात को कर्फ्यू लगने की घोषणा की गई। उन्होंने बताया कि जम्मू विश्वविद्यालय भी सोमवार को बंद रहेगा और सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गयी हैं।

कश्मीर घाटी में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों ने भी विद्यार्थियों को छात्रावास खाली करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू में भी सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगायी गयी है और किसी भी तरह की सम्मेलन पर रोक है। जम्मू की उपायुक्त सुषमा चौहान ने बताया कि स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थानों को एहतियाती तौर पर बंद रखे जाने को कहा गया है।

रिआसी के उपायुक्त इंदु कंवल चिब ने बताया कि सीआरपीसी की धारा144 के तहत रिआसी जिले में सोमवार से अगले आदेश तक सभी शिक्षण संस्थान एहतियाती तौर पर बंद रहेंगे। अधिकारियों ने बताया कि डोडा जिले में अधिकारियों ने प्रतिबंध लगाया है और शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। उन्होंने बताया कि कश्मीर घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं।

पुलिस अधिकारियों और जिला मजिस्ट्रेटों को ‘सैटेलाइट फोन’ दिए गए हैं। महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और संवेदनशील क्षेत्रों में आतंकवादी खतरे और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के चलते सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में प्रवेश और निकास मार्गों सहित अन्य मुख्य मार्गों पर अवरोध लगाए गए हैं। दंगा नियंत्रण वाहनों को भी कुछ इलाकों में तैयार रखा गया है, जहां कानून व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंका अधिक है।