नई दिल्ली: उन्नाव बलात्कार पीड़िता के एक्सीडेंट केस में सीबीआई ने कई जगहों पर छापेमारी कर रही है. यह छापेमारी लखनऊ, उन्नाव, बांदा, फतेहपुर में हो रही है. इसके अलावा आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर के परिसर पर भी छापा मारा गया. अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी की विस्तृत जानकारी अभी नहीं दी गई है क्योंकि अभियान अभी जारी है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि 17 स्थानों पर छापे मारे जा रहे हैं.

गौरतलब है कि 30 जुलाई को रायबरेली में एक तेज रफ्तार ट्रक ने बलात्कार पीड़िता की कार को टक्कर मार दी थी. हादसे में पीड़िता के परिवार के दो सदस्यों की मौत हो गई. पीड़िता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हैं. बलात्कार मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (kuldeep sengar) आरोपी हैं. सीबीआई ने हादसे के सिलसिले में भी सेंगर के खिलाफ हत्या का एक मामला दर्ज किया है.

बता दें, केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को भाजपा से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (kuldeep sengar) से पूछताछ की. सेंगर एक नाबालिग लड़की से बलात्कार के आरोप में इस समय सीतापुर जेल में बंद है. सीबीआई का तीन सदस्यीय दल सीतापुर जिला जेल गया और कई घंटे तक सेंगर से पूछताछ की. दल के सदस्य दोपहर में सीतापुर जेल गये. सीबीआई की एक अन्य चार सदस्यीय टीम शनिवार को बलात्कार पीड़िता के उन्नाव स्थित गांव गयी.

माखी के थाना प्रभारी नारदमुनि ने बताया कि सीबीआई टीम गांव में कई घंटे तक रही हालांकि उस समय पीड़िता के परिवार का कोई भी सदस्य गांव में मौजूद नहीं था. शुक्रवार को सीबीआई ने बलात्कार पीड़िता के चाचा से रायबरेली जेल में पूछताछ की थी. रात में रायबरेली जिला प्रशासन ने उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार चाचा को दिल्ली की तिहाड़ जेल भेज दिया.

रायबरेली में सीबीआई टीम गुरबख्शगंज इलाके में दुर्घटनास्थल पर पहुंची. टीम ने मौका-ए-वारदात और मारूति स्विफ्ट कार को टक्कर मारने वाले ट्रक का निरीक्षण किया. दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचे पुलिस अधिकारियों से भी सीबीआई की टीम ने बातचीत की. इस बीच विधायक के तीन शस्त्रों के लाइसेंस शुक्रवार को निरस्त कर दिये गये . रविवार को बलात्कार पीड़िता और उसके परिवार को लेकर जा रही कार में तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी थी. दुर्घटना में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गयी जबकि पीड़िता और उनके वकील गंभीर रूप से जख्मी हो गये.

केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में पीड़िता की देखरेख कर रहे डाक्टरों ने बताया कि पीड़िता को निमोनिया हो गया है और उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. वह अभी भी वेंटिलेटर पर है. डाक्टरों ने बताया कि वकील को वेंटिलेटर से हटा लिया गया है लेकिन वह अभी खतरे से बाहर नहीं हैं. पीड़िता और उनके वकील दोनों की चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है.