नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद संजय सिंह अपनी पत्नी अमिता सिंह (यूपी में ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष) के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। बुधवार को बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में वे पार्टी में शामिल हुए। संजय सिंह ने मंगलवार को कांग्रेस के साथ ही राज्यसभा से भी इस्तीफा दिया था। पार्टी छोड़ने पर उन्होंने कहा था, 'वह कांग्रेस छोड़ रहे हैं क्योंकि कांग्रेस में नेतृत्व शून्य है। मैं सबका साथ सबका विकास के लिए मोदी का समर्थन कर रहा हूं।'

उन्होंने कहा था, 'मैं 1984 से कांग्रेस के साथ हूं। मेरे जाने का फैसला किसी भी तरह से कांग्रेस को प्रभावित नहीं करेगा। 15 साल में कांग्रेस में जो कुछ भी हुआ है वह पहले नहीं हुआ। मैंने इसके बारे में बहुत सोचने के बाद यह फैसला लिया।'

उन्होंने हाल ही में सुल्तानपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा था। भाजपा की मेनका गांधी ने वहां से जीत दर्ज की थी। अमेठी के राजा संजय सिंह का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए झटका माना जा रहा है। वे गांधी परिवार के करीबी रहे हैं।

संजय 1980 के दशक के दौरान दो बार उत्तर प्रदेश की विधानसभा के लिए चुने गए और राज्य मंत्री पद पर रहे। 1990 में वह राज्यसभा के सदस्य बने और 1998 में लोकसभा के लिए चुना गया। 2009 में वह उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से चुने गए।

संजय सिंह का जन्म 25 सितंबर 1951 को हुआ था। उनके पिता राजा रणंजय सिंह थे। उन्होंने 1973 में उन्होंने गरिमा सिंह से शादी की, जिनसे उन्हें एक बेटा और दो बेटियां हैं। मार्च 1995 में उनका तलाक हो गया। उन्होंने अप्रैल 1995 में अमिता सिंह से शादी की।

वहीं 4 अक्टूबर 1962 को जन्मी अमिता सिंह 1970 के दशक में बैडमिंटन में राष्ट्रीय चैंपियन थीं। 1984 में उन्होंने एक और राष्ट्रीय चैंपियन सैयद मोदी से शादी की। उनकी शादी तब समाप्त हुई जब 1988 में सैयद मोदी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह सुल्तानपुर जिले में जिला पंचायत की प्रमुख रही हैं और उत्तर प्रदेश की विधानसभा में अमेठी विधानसभा क्षेत्र के लिए दो बार विधानसभा के सदस्य के रूप में चुनी गई हैं। वह उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री थीं।