मथुरा: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि गाय और मॉब लिंचिंग के नाम पर हिंदू धर्म को बदनाम किया गया है। उन्होंने कहा यह हिंदू धर्म को बदनाम करने की साजिश है। भागवत ने मथुरा में आरएसएस के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बयान दिया। भागवत की प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जब 49 विभिन्न हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र लिखा है, जिसमें मॉब लिंचिंग को खत्म करने की अपील की गई है और अपराधियों के खिलाफ अनुकरणीय कार्रवाई की मांग की।

भागवत ने कहा, 'देशभर में हिंदू धर्म और संस्कृति को बदनाम करने की गहरी साजिश रची जा रही है। कहीं मॉब लिंचिंग के नाम पर सियासत करके समाज में घृणा फैलाने का काम हो रहा है तो कहीं गाय के नाम पर। कुछ राज्यों में एक योजना के तहत धर्म परिवर्तन भी कराया जा रहा है।'

पिछले साल सितंबर में, आरएसएस प्रमुख ने कहा था कि हिंदुत्व का अर्थ है समावेशिता और मुसलमानों को स्वीकार करना इसका एक हिस्सा है। हिंदू राष्ट्र पर बोलते हुए उन्होंने आगे कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि मुसलमानों के लिए कोई जगह नहीं होगी। अगर हम मुसलमानों को स्वीकार नहीं करते हैं तो यह हिंदुत्व नहीं है। हिंदुत्व भारतीयता और समावेशिता है। भागवत ने बाद में कहा कि हिंदुत्व सभी को एक साथ बांधता है। आरएसएस के हिंदुत्व की दृष्टि में किसी का विरोध करना नहीं है।