अब सीएम योगी यूपी को बनाएंगे एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी वाला प्रदेश
लखनऊ: उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर (1,000 अरब डालर) की अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, बस इसके लिये तेजी से प्रयास करने होंगे। यह आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिये जरूरी है।
योगी ने कहा, ''निवेशक शिखर सम्मेलन के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लक्ष्य रखा था कि उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डालर की इकानामी कब बनेगा … हमें यह चुनौती स्वीकारनी चाहिए।'' उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अगर एक हजार अरब डॉलर यानी करीब 69,00,000 करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था बनेगा तो राज्य का विकास होगा।
साथ ही यह यहां की 23 करोड जनता और आने वाली पीढी के भविष्य के लिए आवश्यक भी है। योगी ने कहा कि अगर राज्य को एक हजार अरब डालर की 'इकानामी' बनना है तो बहुत प्रयास करना होगा। इसके लिए हमें वक्त की रफ्तार से तेज रफ्तार करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, ''हम छोटी छोटी चीज में राजनीति करने लगते हैं। हम हर चीज को राजनीतिक नजरिये से देखने लगते हैं। कम से कम अपनी सोच को बदलने की आवश्यकता है। हमें सोचना होगा कि स्थायी और समेकित विकास हो, उस दिशा में क्या प्रयास किये जाने हैं।''
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को देश की सबसे अच्छी अर्थव्यवस्था बनाने के लिहाज से जितनी बेहतर सुविधा हम दे सकते हैं, कोई नहीं दे सकता। सबसे अच्छी सुरक्षा भी हम देंगे। योगी ने उदाहरण देते हुए बताया कि सैमसंग (कंपनी) भाग रहा था, टीसीएस भाग रहा था।
हमने उन्हें बुलाया और पूछा कि क्यों भाग रहे हो तो उन्होंने कहा कि हमें यहां का वातावरण ठीक नहीं लग रहा है। हमने पूछा कि राजनीतिक वातावरण या सामान्य वातावरण तो जवाब मिला कि राजनीतिक वातावरण ठीक नहीं था इसलिए हमारी कंपनी ने कारोबार समेटने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, लेकिन अब वही सैमसंग पांच हजार करोड रूपये का निवेश कर चुका है। टीसीएस लखनउ से भाग रहा था, अब लखनउ के साथ साथ प्रदेश में अन्य स्थानों पर भी बडा निवेश कर रहा है। योगी ने कहा कि लोकतंत्र के महापर्व (लोकसभा चुनाव) में प्रदेश में एक लाख 63 हजार बूथों पर मतदान हुआ लेकिन एक भी बूथ पर पुनर्मतदान नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा, ''सात चरणों में हमारे यहां कोई हिंसा नहीं हुई। पश्चिम बंगाल में भी सात चरण में चुनाव हुआ। वहां हर चरण में हिंसा हुई और व्यापक नरसंहार भी हुआ। यही अंतर है। उत्तर प्रदेश की आम जनता के मन में लोकतंत्र के लिए जो विश्वास जगा … प्रशासनिक मशीनरी की कुशलता भी इस अवसर पर देखने को मिली।
उत्तर प्रदेश में गठबंधन एवं महागठबंधन और जाने क्या क्या बन रहे थे, सब ध्वस्त हो गये … ये लोकतंत्र है और इस लोकतंत्र की ताकत को समझना होगा।'' मुख्यमंत्री ने एक शेर भी पढ़ा, ''चिराग जिसे आंधियों ने पाला हो, उसे हवा के झोंके बुझा नहीं सकते।''
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने विकास की लाज को बचाया है। कह दिया कि जो विकास नहीं करेगा, उसके साथ जनता नहीं होगी। उसे झूठी घोषणाओं, नारों, धरने, प्रदर्शन और राजनीति से मतलब नहीं है।








