नई दिल्ली: कर्नाटक में राजनीतिक उथल-पुथल और बयानबाजियों का दौर सोमवार को भी जारी रहा. एक ओर जहां कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (JDS) के बागी विधायकों पर अभी तक कुछ स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है तो दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी, सीएम एचडी कुमारस्वामी से सदन में विश्वास मत हासिल करने के लिए कह रही है. वहीं कांग्रेस नेता और राज्य में गठबंधन के समन्व्यक सिद्धारमैया ने विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश से मुलाकात कर कहा कि सरकार 18 जुलाई यानी गुरुवार को 11 बजे विश्वास मत साबित करेगी.

वहीं बीजेपी नेताओं ने कर्नाटक की बीजेपी इकाई के मुखिया और राज्य के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष के.आर रमेश से मुलाकात की. उन्होंने मांग की है कि कुमारस्वामी सरकार सदन में विश्वास मत साबित करें.

इसके साथ ही सोमवार को सुप्रीम कोर्ट 6 अन्य बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. मंगलवार को कोर्ट कर्नाटक के विधायकों को इस्तीफे को लेकर सुनवाई करेगा.

इस बीच, मुलाकात के बाद येदियुरप्पा ने कहा, 'आज स्पीकर के साथ बैठक में, हमने विस्तार से चर्चा की और मुख्यमंत्री ने विश्वास प्रस्ताव को गुरुवार को कराने की इच्छा व्यक्त की है, इस पर हम सहमत हुए हैं. हमने अध्यक्ष को भी बताया कि हम इस मुद्दे पर चर्चा करें. हम गुरुवार तक इंतजार करेंगे. 15 विधायक मुंबई में हैं, 2 निर्दलीय उम्मीदवार हमारा समर्थन करेंगे, साथ ही 2-3 अन्य लोग इस्तीफा देना चाहते हैं और बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं इसलिए हमारे पास संख्या है.'

दूसर ओर बागी विधायकों पर फैसले को लेकर कर्नाटक के स्पीकर रमेश कुमार ने कहा है कि वह मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इस मामले में फैसला लेंगे.

बता दें राज्य के मानसून सत्र के पहले दिन दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद कुमारस्वामी ने विपक्षी दल बीजेपी को अपने उस ऐलान से चौंका दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार विश्वास प्रस्ताव का सामना करने को तैयार है.

बीजेपी के सदस्यों ने इसकी सदन में आलोचना भी की थी. वहीं अगले दिन येदियुरप्पा ने कहा था कि सरकार विश्वास मत हासिल करे. जिस दिन कुमारस्वामी ने सदन में विश्वास मत से जुड़ा ऐलान किया उसी दिन बीजेपी ने अपने विधायकों को बेंगलुरु के यलहंका स्थित एक रिजॉर्ट में रवाना कर दिया.

बीते हफ्ते कांग्रेस, जेडीएस और बीजेपी के सभी विधायकों का वीकेंड रिजॉर्ट में ही बीता. वहीं बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर इस्तीफा सौंपा. इसके बाद सभी महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई रवाना हो गए.