आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा के थाना एत्मादपुर क्षेत्र के पास यमुना एक्सप्रेसवे पर सोमवार तड़के एक बड़े सड़क हादसे में 29 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 लोग घायल हैं। इनमें से 18 की शिनाख्त हो गई है। हादसा थाना एत्मादपुर क्षेत्र के झरना नाले के पास हुआ जब अवध डिपो की बस एक्सप्रेसवे की रेलिंग तोड़ते हुए 30 फुट गहरे नाले में जा गिरी। हादसे के वक्त बस में करीब 50 लोग सवार थे। फ़िलहाल मौके राहत बचाव कार्य जारी है. खाई में पानी भरे होने की वजह से राहत बचाव कार्य में मुश्किल आ रही है. अभी तक हादसे की वजह का पता नहीं चल सका है।

बताया जा रहा है कि ऐन वक्त पर बस का रूट बदला गया था. गाजीपुर रूट की बस को आनंद विहार के लिए रवाना किया गया था. कहा जा रहा है कि बस गाजीपुर जाने वाली थी, लेकिन दिल्ली जाने वाले यात्रियों की संख्या ज्यादा होने की वजह से अधिकारियों ने बस को आनंद विहार भेजने का फैसला लिया. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि रूट नया होने और रास्ते का ठीक से पता न होने की वजह से ड्राइवर से गलती हुई हो.

दरअसल, रविवार को लखनऊ सीटीईटी का एग्जाम था, जिसके लिए काफी संख्या में अभ्यर्थी लखनऊ पहुंचे थे. वापसी के समय दिल्ली जाने वाले यात्रियों की संख्या काफी ज्यादा थी, जबकि गाजीपुर के लिए यात्री कम थे. ऐसे में सीएसआई ने अपने विवेक से फैसला लेते हुए गाजीपुर रूट की बस को आनंद विहार भेजने का फैसला लिया. बस का ड्राइवर प्रशिक्षित था, लेकिन वह इस रूट से वाकिफ नहीं था.

मुख्यमंत्री के निर्देश पर ट्रांसपोर्ट कमिश्नर, मंडल कमिश्नर और आईजी (आगरा रेंज) को हादसे की जांच कर कारणों का पता लगाने को कहा गया है. साथ ही हादसे की वजहों की रिपोर्ट 24 घंटे में सौंपने के निर्देश दिए गए हैं. जांच कमेटी से कहा गया है कि वह यह भी सुझाव दे कि भविष्य में इस तरह के हादसों को कैसे रोका जा सकता है. इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया. साथ ही डीएम और एसएसपी को घायलों की समुचित इलाज मुहैया कराने का निर्देश दिया है.

जिलाधिकारी एनजी रवि कुमार के मुताबिक, हादसा सुबह करीब साढ़े चार बजे के करीब हुआ, जब तेज रफ़्तार यूपी रोडवेज़ की जनरथ बस एत्मादपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक्सप्रेसवे की रेलिंग को तोड़ते हुए झरना नाले में जा गिरी. इस हादसे में 29 लोगों के शवों को निकाला गया है, जबकि 21 घायलों का इलाज चल रहा है. जिलाधिकारी के मुताबिक प्रथम दृष्टया हादसे की वजह तेज रफ़्तार और ड्राइवर को नींद आना है.