इस्लामाबाद: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने साफ किया है कि वह पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और पूर्व पीएम नवाज शरीफ पर भ्रष्टाचार के मामलों में कोई नरमी नहीं बरतेंगे. इमरान ने मंगलवार को इन दोनों नेताओं को प्रस्ताव दिया, "यदि वे लूटे हुए पैसे वापस कर देते हैं तो उन्हें पाकिस्तान छोड़ने की अनुमति मिल जाएगी."

इमरान ने कहा कि अगर नवाज शरीफ अपने इलाज के लिए विदेश जाना चाहते हैं तो उन्हें पहले लूटा हुआ पैसा वापस करना चाहिए. अगर जरदारी की भी ऐसी परेशानी है तो वह भी लूटा हुआ पैसा वापस करके पाकिस्तान छोड़ सकते हैं.

इमरान ने इसके साथ ही ऐलान किया कि अब दोनों नेताओ को आम कैदियों की तरह रहना होगा. पाकिस्तानी पीएम ने कहा, "धोखाधड़ी के मामलों में लिप्त लोगों को अब तक वीआईपी सुविधाएं मिल रही थीं, लेकिन अब मैंने कानून मंत्रालय को आदेश दे दिया है कि ऐसे लोगों को आम कैदियों की तरह रखा जाए."

इसके साथ ही इमरान खान ने खुलासा किया कि शरीफ के बेटों ने जेल में बंद अपने पिता की रिहाई की कोशिश के लिए दो मित्र राष्ट्रों से मदद मांगी है. हालांकि इमरान ने ये नहीं बताया कि ये दोनों देश कौन से हैं. उन्होंने कहा कि इन देशों ने मुझे सिर्फ संदेश दिया लेकिन शरीफ की रिहाई के लिए दबाव नहीं बनाया गया.