बर्मिंघम: आईसीसी विश्व कप 2019 के बहुप्रतीक्षित मुकाबले में मेजबान इंग्लैंड ने भारत को 31 रन से हरा दिया। साल 1992 के बाद से यह पहला अवसर है जब विश्व कप के किसी मैच में इंग्लैंड ने भारत को शिकस्त दी है। इस जीत के साथ इंग्लैंड की सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदें बरकरार हैं। इंग्लैंड की आठ मैचों में यह पांचवीं जीत है और अब उसके 10 अंक हो गए हैं। मेजबान टीम अंकतालिका में चौथे स्थान पर पहुंच गई है। वहीं, भारत को सात मैचों में पहली हार का सामना करना पड़ा है।बर्मिंघम के एजबेस्टन स्टेडियम में खेले गए इस मैच में इंग्लैंड ने 337 रन की बड़ी चुनौती पेश की। जवाब में भारतीय टीम निर्धारित 50 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 306 रन ही बना सकी। भारत के लिए सर्वाधिक रन रोहित शर्मा (102) ने बनाए। उन्होंने 109 गेंदों की अपनी पारी में 15 चौके लगाए।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी रही और उसके सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल तीसरे ओवर में बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। उन्हें क्रिस वॉक्स ने पवेलियन भेजा। इसके बाद क्रीज पर आए कप्तान विराट कोहली (66) ने रोहित के साथ दूसरे विकेट के लिए 138 रन की साझेदारी की। यह साझेदारी 29वें ओवर में लियम प्लंटकेट ने तोड़ी। भारतीय कप्तान ने 76 गेंदों की अपनी पारी में 7 चौके मारे। कोहली के पवेलियन लौटने पर रोहित ने तीसरे विकेट के लिए युवा बल्लेबाज रिषभ पंत (32) के साथ 52 रन की पार्टनरशिप की। रोहित ने 106 गेंदों में अपने वनडे क्रिकेट करियर का 25वां शतक पूरा किया। हालांकि, शतक पूरा करने के बाद वह ज्यादा देर टिक नहीं सके और 37वें ओवर में प्लंकेट का शिकार बन गए।

इसके बाद भारत को चौथा झटका पंत के रूप में लगा। पंत से टीम को बड़ी पारी की उम्मीद थी मगर वह 40वें ओवर में पवेलियन लौट गए। उन्होंने 29 गेंदों की अपनी पारी में चार चौके जमाए। यहां से हार्दिक पांड्या (45) और महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 42) ने मोर्चा संभाला। आखिरी दस ओवर में भारत को जीत के लिए 107 रन की दरकार थी। लेकिन भारतीय बल्लेबाज इस मुश्किल पड़ाव को पार नहीं कर सके। पांड्या और धोनी ने चौथे विकेट के लिए 41 रन जोड़े। पांड्या तेजी से रन बनाने की फिराक में 45वें ओवर में प्लंकेट का शिकार हो गए। उन्होंने 33 गेंदों की अपनी पारी में चार चौके लगाए।

पांड्या के आउट होने के बाद धोनी ने केदार जाधव (12) के साथ पांचवें विकेट के लिए 39 रन की अविजित साझेदारी की। दोनों टीम का 300 के पार ले गया लेकिन जीत की मंजिल तक नहीं पहुंचाने में कामयाब नहीं रहे। धोनी ने 31 गेंदों की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का जड़ा वहीं जाधव ने 13 गेंदों की अपनी पारी में एक चौका मारा।

इससे पहले इंग्लैंड ने निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट गंवाकर 337 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। मेजबान टीम के लिए सर्वाधिक रन जॉनी बेयरस्टो (111) ने बनाए। उनके अलावा बेन स्टोक्स (79), जेसन रॉय (66), जो रूट (44), जोस बटलर (20), क्रिस वॉक्स (7) और इयोन मॉर्गन ने 1 रन का योगदान दिया। वहीं, लियम प्लंकेट 1 रन बनाकर और जोफ्रा आर्चर बिना खाता खोले पवेलियन लौटे। भारत की ओर से मोहम्मद शमी ने पांच, जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव ने एक-एक विकेट चटकाया।

इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। इंग्लैंड ने अपनी टीम में दो बदलाव किए। इंग्लैंड ने जेम्स विंस और मोइन अली की जगह जेसन रॉय और लियम प्लंकेट को अंतिम एकादश में शामिल किया। रॉय चोट के बाद टीम में वापसी की है। वहीं, भारत ने अपनी टीम में एक बदलाव किया। भारत ने विजय शंकर के स्थान पर विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत को मौका दिया। शंकर को पांव में तकलीफ होने के कारण आराम दिया गया है।

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड टीम ने शानदार आगाज किया। पारी की शुरुआत करने आए जेसन रॉय और जॉनी बेयरस्ट ने अपनी टीम को मजूबत शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 160 रन जोड़े। इस साझेदारी को 23वें ओवर की पहली गेंद पर कुलदीप यादव ने रॉय को आउट कर तोड़ा। रॉय बड़ा शॉट मारने की फिराक में थे लेकिन लॉन्ग ऑन पर सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी रवींद्र जडेजा ने कैच लपक लिया। जडेजा ने डाइव लगाकर शानदार कैच पकड़ा। चोट के बाद वापसी कर रहे रॉय ने 57 गेंदों में 66 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में पांच चौके और 2 छक्के मारे। उनका वनडे क्रिकेट करियर में यह 16वां अर्धशतक है। रॉय का मौजूदा टूर्नामेंट में प्रदर्शन अच्छा रहा है। वह अब तक खेले पांच मैचों की चार पारियों में तीन अर्धशतक और एक शतक जड़ चुके हैं।

इंग्लैंड को दूसरा झटका सलामी बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो के तौर पर लगा। पिछले दो मैचों में टिककर बल्लेबाजी करने में नाकाम रहे बेयरस्टो ने शानदार शतकीय
पारी खेली। उन्होंने 109 गेंदों में 111 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 10 चौके और 6 छक्के लगाए। उनके वनडे क्रिकेट करियर का यह 8वां शतक है। बेयरस्टो ने शुरू से आक्रामक रुख अपनाया और भारतीय गेंदबाजों को हावी होने का कोई मौका नहीं दिया। उन्होंने 90 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। हालांकि, वह शतक जड़ने के बाद ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक सके और 32वें ओवर की चौथी गेंद पर मोहम्मद शमी का शिकार बन गए। वह शमी की गेंद को उठाकर मारने के प्रयास में डीप प्वाइंट पर रिषभ पंत के कैच थमा बैठे। उनका विकेट 205 के कुल स्कोर पर गिरा। उन्होंने दूसरे विकेट के लिए जो रूट के साथ 45 रन की पार्टनरशिप की।

जॉनी बेरस्टो के पवेलियन लौटने के बाद क्रीज पर आए कप्तान इयोन मॉर्गन सस्ते में अपना विकेट गंवा बैठे। मॉर्गन से टीम को टिककर बल्लेबाजी करने की उम्मीद थी लेकिन वह आशानुरूप प्रदर्शन में करने में कामयाब रहे। उन्होंने 9 गेंदों में महज 1 रन बनाया। उन्हें मोमहम्मद शमी ने पवेलियन की राह दिखाई। वह गेंद को बाउंड्री के बाहर पहुंचाने की कोशिश में फाइन लेग पर केदार जाधव के हाथों लपके गए। उनका विकेट 207 के कुल स्कोर पर गिरा। मॉर्गन को इस विश्व कप में सधा हुआ प्रदर्शन किया है। उन्होंने अभी तक सिर्फ एक अर्धशतक और एक शतक ही जमाया है।

इंग्लैंड का चौथा विकेट जो रूट के रूप में गिरा। जेसन रॉय के आउट होने के बाद क्रीज पर आए रूट ने संभलकर बल्लेबाजी की। हालांकि वह अर्धशतक जड़ने से चूक गए। उन्होंने 54 गेंदों में दो चौकों की मदद से 44 रन की पारी खेली। उन्हें 45वें ओवर की पहली गेंद पर शमी ने अपना शिकार बनाया। वह शमी की गेंद पर गलत शॉट खेल बैठे और फाइन लेग पर हार्दिक पांड्या के हाथों कैच आउट हो गए। उनका विकेट 277 के कुल स्कोर पर गिरा। उन्होंने चौथे विकेट के लिए बेन स्टोक्स के साथ 70 रन की पार्टनरशिप की। रूट का मौजूदा टूर्नामेंट में बल्ला जमकर चला है। वह सिर्फ दो मैचों में ही सस्ते में आउट हुए हैं। इसके अलावा इस मैच को को छोड़कर उन्होंने 51, 107, 100*, 88 और 57 रन की पारी खेली है।

रूट के आउट होने के बाद बेन स्टोक्स (79) ने आखिरी ओवर तक मोर्चा संभाला रखा। उन्होंने जोस बटलर (20) के साथ पांचवें विकेट के लिए 33 रन जोड़े। यह
साझेदारी तेजी से रन बना रही थी लेकिन शमी ने 47वें ओवर की अंतिम गेंद पर बटलर को कॉट एंड बोल्ड कर भारत को राहत दी। इसके बाद शमी ने क्रिस
वॉक्स (7) को 49वें ओवर की पहली गेंद पर रोहित शर्मा के हाथों लपकवाया। वॉक्स को आउट कर उन्होंने अपना पांचवां विकेट पूरा किया। इस दौरान स्टोक्स ने
अपने वनडे करियर का 19वां अर्धशतक जड़ा। उन्होंने 54 गेंदों की ताबड़तोड़ पारी में छह चौके और तीन छक्के जड़कर इंग्लैंड को बड़े स्कोर तक पहुंचाया। स्टोक्स
अंतिम ओवर की चौथे गेंद पर जसप्रीत बुमराह का शिकार बने। वह फाइन लेग पर रवींद्र जडेजा को कैच थमा बैठे।