तौक़ीर सिद्दीक़ी:आईसीसी विश्व कप 2019 के 38वें मैच में आज भारत-इंग्लैंड का आमना-सामना होने जा रहा है। इस मैच में 'विराट सेना' बदली सी नजर आएगी क्योंकि विराट सेना आज मेन इन ब्लू नहीं मेन इन ऑरेंज नज़र आएगी। यह मैच इंग्लैंड के सामने बड़ी चुनाैती है क्योंकि उसे सेमीफाइनल में पहुँचने की आशा जीवित रखने के लिए हर हाल में मैच जीतना होगा। इंग्लैंड 7 मैचों में 8 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर है। वहीं भारत ने अभी तक हार का सामना नहीं किया है। भारत 6 में से 5 मैच जीत चुका है और एक मैच बर्ष से बाधित रह, उसके अभी 11 अंक हैं । वह इंग्लैंड का खेल बिगाड़कर सेमीफाइनल में पक्की जगह बनाने के इरादे से मैदान पर उतरेगा। वैसे आज इस मैच पर पाकिस्तान की भी नज़रें टिकी रहेंगी क्योंकि उसके सेमी फाइनल में जाने का रास्ता आज के मैच में इंग्लैंड की हार से ही खुल सकता है| कल पाकिस्तान ने अफ़ग़ानिस्तान को हराकर दो महत्वपूर्ण अंक प्राप्त किये, उसे अपना अंतिम मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेलना है जो उसे अंतिम चार में जाने के लिए हर हाल में जीतना होगा वहीँ अगर आज के मैच में अगर इंग्लैंड को सफलता मिलती है तो उसे अपना अंतिम मैच न्यूज़ीलैण्ड से खेलना होगा और इंग्लैंड को वह मैच भी जीतना होगा|

जहाँ तक टीम इंडिया की बात है तो इस बात की पूरी कोशिश करेगी कि वह अपने विजय रथ को आगे बढ़ता चले| आजका मैच जीतकर उसकी अंतिम चार में जगह पक्की हो जाएगी और फिर अंतिम दो मैचों में श्रीलंका और बांग्लादेश को पीटकर वजह लीग दौर नंबर एक टीम बनना चाहेगी| जहा तक आज के मैच की बात है तो सवाल यह होगा कि क्या आज के मैच में शामी की जगह भुवनेश्वर को खिलाया जायेगा, टीम मैनेजमेंट के लिए यह एक मुश्किल भरा फैसला हो सकता है| मिडिल आर्डर की आज फिर परीक्षा होगी क्योंकि अभी तक टीम का मध्य क्रम अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरा है, विजय शंकर पर सवाल उठने लगे हैं, नंबर चार की समस्या अभी भी बानी हुई है |

इंग्लैंड की बात करें तो सारे खिलाड़ी ज़बरदस्त फार्म में होने के बावजूद टीम की गाड़ी पटरी से उतरी हुई है| इंग्लैंड ने विश्व कप की शुरुआत सबसे बड़े दावेदार के रूप में थी मगर प्रतियोगिता जैसे जैसे आगे बढ़ी उनकी दावेदारी पर सवाल उठने लगे और नौबत टूर्नामेंट से बाहर होने की आ गयी है और आज के मैच में उनपर भारी दबाव होगा| देखने वाली बात यह होगी कि वह इस दबाव से आज निकल पाएंगे या फिर विश्व कप से बाहर निकल जायेंगे|

अगर विश्व मुक़ाबलों में दोनों टीमों के बीच अबतक हुए मुक़ाबलों की की जाय तो दोनों टीमें एक-दूसरे को बराबर टक्कर देती नज़र आती हैं। दोनों के बीच अभी तक विश्व कप इतिहास में 7 बार आमना-सामना हुआ है जिसमें दोनों ने 3-3 मैच जीते हैं जबकि एक बराबरी पर छूटा है। 2011 में खेला गया आखिरी मैच बराबरी पर रहा था। इसके पहले हुए 1983, 1999 और 2003 के विश्व कप में हुए मैच में भारत ने बाजी मारी थी जबकि 1975, 1987 और 1992 में इंग्लैंड को कामयाबी मिली थी |

विश्व कप में भारत और इंग्लैंड की प्रतिद्वंद्विता 1975 में पहले क्रिकेट विश्व कप से शुरू हुई, जब 7 जून 1975 को दोनों टीमें आमने-सामने आईं। लॉर्ड्स में खेलते हुए, इंग्लिश टीम ने भारतीय टीम को मात दी और 201 रन की एक बड़ी जीत हासिल की। डीएल एमिस ने उस मैच में 137 रनों की पारी खेली और सीएम ओल्ड ने 30 गेंदों पर 51 रन बनाए। भारत के सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने पूरे 60 ओवर खेल कर 174 गेंदों पर नाबाद 36 रन बनाए थे जिसको लेकर उनकी बहुत आलोचना हुई थी।

2011 में खेले गए आखरी टाकरे में मैच का परिणाम भले ही टाई दिखा रहा है लेकिन दोनों ही टीमों ने ज़बरदस्त बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन किया था| भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया और 49. 5 ओवरों में 338 रनों का विशाल स्कोर बनाकर आउट गयी थी जिसमें मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की शानदार 120 रनों की पारी भी शामिल थी, जवाब में इंग्लैंड की टीम 8 विकेट पर 338 रन ही बना सकी, कप्तान स्ट्रॉस ने 158 शानदार पारी खेली थी|