नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने नए भारत की बात की। हम देश की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। राष्ट्रपति जी का अभिभाषण, देश के नागरिकों ने जिस आशा-आकांक्षाओं के साथ हमें इस सदन में भेजा है, उसकी एक तरह से प्रतिध्वनि है। राष्ट्रपति ने देश की प्राथमिकताओं का खांका खींचा। हम आने वाली हर चुनौती और बाधा को पार कर सकते हैं। सांसदों ने चर्चा को सार्थक बनाया। चर्चा में चुनावी भाषण का असर दिखा। कई दशकों के बाद देश ने एक मजबूत जनादेश दिया है। एक सरकार को फिर से लाए हैं और पहले से ज्यादा शक्ति देकर लाए हैं। हर कसौटी पर कसकर जनता ने 2019 में जनादेश दिया है। संतोष मिलता है जब जनता का अनुमोदन मिलता है। जनता आपके काम को अनुमोदित करे, इससे बड़ा कुछ भी नहीं।

इस लोकसभा चुनाव से पता चला है कि खुद से ज्यादा भारत के लोग देश की बेहतरी के बारे में सोच रहे हैं, यह भावना सराहनीय है। मैं कभी भी जीत और हार के संदर्भ में चुनावों के बारे में नहीं सोचता। 130 करोड़ भारतीयों की सेवा करने और हमारे नागरिकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम करने का अवसर मेरे लिए विशेष है। हम किसी की लकीर छोटी करने में विश्वास नहीं करते हैं, हम अपनी लकीर बड़ी करने में जिंदगी खपा देते हैं।

विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा, '70 साल की बीमारियों का इलाज 5 साल में मुश्किल था। आप इतने ऊंचे उठ गए हैं कि जमीन भूल गए हैं। जड़ से हट गए हैं। मेरी कामना है कि आप और ऊंचा उठें। आपकी ऊंचाई आपको मुबारक हो। आपको जमीन के लोग तुच्छ लगने लगे हैं। आपका और भी ऊंचा होना मेरे लिए संतोष और आनंद की बात है।' मोदी ने कहा कि आपने कभी अटल जी की सरकार की तारीफ नहीं की। आपने नरसिम्हा राव का भी जिक्र नहीं किया। यहां तक की कभी मनमोहन सिंह का भी नाम नहीं लिया। मैंने हर सरकार के योगदान की बात की है। देश को आगे ले जाने में हर सरकार का योगदान है।

इमरजेंसी पर बोलते हुए मोदी ने कहा, 'आज 25 जून को देश की आत्मा को कुचल दिया गया था। मीडिया को दबोच दिया गया था। देश को जेल खाना बना दिया था। देश के महापुरुषों को जेल में डाल दिया था। आपातकाल का दाग कभी मिटने वाला नहीं है। इस दाग को बार-बार याद करने की जरूरत है। 25 जून के पाप कभी मिटेंगे नहीं।'

स्वतंत्रता संग्राम के दौरान बहादुर महिलाएं और पुरुष राष्ट्र के लिए मर गए। हमें उस भारत का निर्माण करना है जिसका सपना हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने देखा था। मैं गांधी जी की 150वीं जयंती और भारत की आजादी के 75 साल को बड़े उत्साह के साथ मनाने का आग्रह करता हूं। ना मैं छोटा सोचता हूं और ना मुझे छोटा सोचने का हक है। मुझे कभी लगता है कि अगर 125 करोड़ देशवासियों के सपनों को अगर मुझे जीना है, तो मुझे छोटा सोचने का हक भी नहीं है। सरकार को 3 हफ्ते ही हुए हैं, लेकिन कहते हैं कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं। हम भी काम में लग गए। सबको साथ लेकर चलने वाले कई काम किए।

सरदार सरोवर बांध सरदार पटेल के दिमाग की उपज थी। लेकिन, इस बांध पर काम में लगातार देरी हो रही थी। गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मुझे इस परियोजना के लिए उपवास पर बैठना पड़ा। एनडीए के सत्ता में आने के बाद काम की गति बढ़ गई और इससे कई लोगों को फायदा हो रहा है। जल संकट पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे कभी लगता है कि अगर 125 करोड़ देशवासियों के सपनों को अगर मुझे जीना है, तो मुझे छोटा सोचने का हक भी नहीं है। हिंदुस्तान में पानी के संबंध में जितनी भी पहल हुई, वो सारे काम बाबा साहब अंबेडकर ने किए थे।'

पानी की तकलीफ राजस्थान और गुजरात के लोग ज्यादा जानते हैं और इसी वजह से हमने जल शक्ति मंत्रालय बनाया है। जल संचय पर हमें बल देना पड़ेगा न हीं तो जल संकट बढ़ता चला जाएगा।

भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए हमारा सामूहिक प्रयास होना चाहिए। मेक इन इंडिया का मजाक खूब बना लिया। पर्यटन को बढ़ावा देना और पर्यटन के बुनियादी ढांचे में सुधार करना आर्थिक समृद्धि के लिए अच्छा है। भारत के बारे में इतना कुछ है कि दुनिया देखना चाहती है। मेक इन इंडिया का मजाक उड़कार कुछ लोगों को भले ही रात को अच्छी नींद आ जाए लेकिन इससे देश का भला तो नहीं हो पाएगा। मेक इन इंडिया का आगे बढ़ाना हमारी जिम्मेदारी है। हमारा सपना नया भारत बनाना है जिसके लिए मेक इन इंडिया जरूरी है।

भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। हमें इसलिए कोसा जा रहा है कि हमने फलाने को जेल में क्यों नहीं डाला। ये इमरजेंसी नहीं है कि किसी को भी जेल में डाल दिया जाए, ये लोकतंत्र है। ये काम न्यायपालिका है। हम कानून से चलने वाले लोग हैं और किसी को जमानत मिलती है तो वो एंजॉय करे। हम बदले की भावना से काम नहीं करेंगे। कांग्रेस से कई बार गलती हुई है। 3 तलाक बिल का समर्थन कर कांग्रेस अपनी गलती सुधारे। कांग्रेस ने समान नागरिक संहिता और शाहबानो मामले में अवसरों को याद किया, आज फिर से एक अवसर है, हम महिला सशक्तिकरण के लिए एक विधेयक लाए हैं, कृपया इसे धर्म से न जोड़ें।