मुख्यमंत्री की महिला सुरक्षा के सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं और बालिकाओं के उत्पीड़न से जुड़ी घटनाओं पर प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। अपराध नियंत्रण के लिए प्रभावी अभियोजन को आवश्यक बताते हुए उन्होंने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिये कि प्रत्येक रंेज से नाबालिग बालिकाओं के साथ हुए जघन्य अपराधों के 10-10 मामले चिन्हित कर, फास्ट ट्रैक अदालतों में मुकदमा चलाकर अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलायी जाए। प्रत्येक थाना क्षेत्र में पूर्व में महिलाओं और बालिकाओं के विरुद्ध अपराधों में संलिप्त रहे व्यक्तियों को चिन्हित कर उन्हें पाबन्द किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं एवं बालिकाओं की गरिमा बनाए रखने तथा उन्हें हर प्रकार की सुरक्षा प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है।

मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में महिला सुरक्षा के सम्बन्ध में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। पुलिसिंग, डायल-100 तथा एण्टी रोमियो स्क्वाॅड को और अधिक सक्रिय किये जाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं से छेड़खानी करने तथा उन्हें परेशान करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। एण्टी रोमियो स्क्वाॅड की कार्रवाइयों को पूरे जून माह अभियान के रूप में चलाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि भीड़भाड़ वाले तथा संवेदनशील स्थानों पर एण्टी रोमियो स्क्वाॅड को निरन्तर सक्रिय रहना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस की मौजूदगी मात्र अपराधों को नियंत्रित करने में सहायक होती है। पेट्रोलिंग व्यवस्था को और प्रभावी बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस द्वारा निरन्तर फुट पेट्रोलिंग की जानी चाहिए। डायल-100 की पेट्रोलिंग को और प्रभावी बनाने के निर्देश उन्होंने कहा कि डायल-100 के वाहनों को व्यापारिक क्षेत्रों तथा लूटपाट की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों पर खड़ा होना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधों पर नियंत्रण के लिए वाहनों की रैण्डम चेकिंग आवश्यक है। इसके लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि रैण्डम चेकिंग की कार्रवाई निरन्तर चलनी चाहिए। प्रभावी पुलिसिंग और अपराध नियंत्रण के लिए वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा क्षेत्र भ्रमण को आवश्यक बताते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ए0डी0जी0, आई0जी0 एवं डी0आई0जी0 जैसे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी फील्ड में भ्रमण करें। पुलिस कप्तान प्रतिदिन अलग-अलग थाना क्षेत्रों का भ्रमण करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी जुलाई माह में सभी स्कूलों में महिला कल्याण विभाग और पुलिस विभाग द्वारा मिलकर महिला सुरक्षा सम्बन्धी प्राविधानों के सम्बन्ध में जागरूकता अभियान संचालित किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए अभी से कैलेण्डर तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि महिला सम्बन्धी अपराधों में घरेलू हिंसा की भी भूमिका है। इसके दृष्टिगत, ‘181’ महिला हेल्पलाइन को सुदृढ़ किया जाए और इस हेल्पलाइन के सम्बन्ध में जागरूकता के लिए इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने ‘1090’ वीमेन पावर लाइन को भी और अधिक सुदृढ़ बनाने तथा प्रत्येक माह इसकी समीक्षा के भी निर्देश दिये।

इस अवसर पर मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय, पुलिस महानिदेशक ओ0पी0 सिंह, प्रमुख सचिव गृह अरविन्द कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, प्रमुख सचिव महिला कल्याण श्रीमती मोनिका गर्ग सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।