नई दिल्ली: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने पर हर तरफ आलोचना के बाद बीजेपी नेता साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने माफी मांग ली है। गुरुवार (16 मई, 2019) शाम यह दावा म.प्र बीजेपी मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पराशर ने किया। पराशर ने एक न्यूज चैनल से कहा, “साध्वी बोली हैं कि वह आगे से इस तरह की गलती नहीं करेंगी।”

बता दें कि साध्वी ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और आगे भी रहेंगे। दरअसल, अभिनेता से नेता बने मक्कल नीधि मय्यम (एमएनएम) संस्थापक कमल हासन ने यह कह कर हाल ही में नया विवाद खड़ा कर दिया था कि आजाद भारत का पहला आतंकवादी हिंदू था। यह बात उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के संदर्भ में कही थी।

इसी पर और ‘भगवा आतंकवाद’ के मसले पर गुरुवार को प्रचार के दौरान एक पत्रकार ने साध्वी से सवाल दागा। जवाब में उन्होंने कहा, “नाथूराम गोडसे देश भक्त थे, हैं और रहेंगे। उन्हें आतंकवादी बोलने वाले अपने गिरेबान में झांक कर देखें। अबकी बार चुनाव में ऐसे लोगों को जबाव दे दिया जाएगा।” देखें, गोडसे को लेकर आखिर क्या बोलीं थीं साध्वीः

बीजेपी नेता के यह बयान देने के कुछ ही देर बाद उनकी पार्टी ने इससे किनारा कर लिया और इसकी भर्त्सना की। प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी प्रवक्ता जी.वी.एल.नरसिम्हा राव ने कहा था, “हम उनके बयान से इत्तेफाक नहीं रखते हैं और उसकी कड़ी निंदा करते हैं। पार्टी इस बाबत उनसे स्पष्टीकरण भी मांगेगी। साथ ही साध्वी को अपने बयान के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए।”

उधर, आम चुनाव में भोपाल सीट से साध्वी को चुनावी मैदान में टक्कर देने वाले कांग्रेसी कैंडिडेट दिग्विजय सिंह ने ‘एएनआई’ से कहा, “मोदी जी, अमित शाह जी और राज्य बीजेपी को इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़नी चाहिए और देश से माफी मांगनी चाहिए। मैं साध्वी के इस बयान की निंदा करता हूं। नाथूराम गोडसे हत्यारा था और उसका महिमामंडन किया जाना राष्ट्रवाद नहीं है, बल्कि यह देशद्रोह है।”