सरदारशहर: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार आने पर किसानों के लिए अलग से बजट पेश किया जाएगा और इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी व जीएसटी के फैसले से देश के लाखों युवा बेरोजगार हो गए। राहुल गांधी सोमवार को राजस्थान के चुरू लोकसभा क्षेत्र में सरदारगढ कस्बे में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।

किसानों के लिए अलग बजट लाने की बात करते हुए उन्होंने कहा,'2019 के चुनाव जीतने के एकदम बाद हिन्दुस्तान में दो बजट बनने वाले हैं। पहला बजट किसानों का विशेष बजट बनेगा। आम बजट के बाद नहीं, आम बजट के पहले।' उन्होंने कहा कि इस बजट में 'हिन्दुस्तान के किसान को बताया जायेगा कि इस साल आपके लिये आपकी सरकार कितना पैसा देने जा रही है।'

उन्होंने कहा कि इस बजट में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से लेकर, मुआवजे तक सभी मुद्दों पर स्थिति पहले ही स्पष्ट होगी। न्यूनतम आय (न्याय) योजना के जरिए देश के सबसे गरीब पांच करोड़ परिवारों में महिला सदस्य के बैंक खाते में हर साल 72000 रुपये तक डाले जाने का जिक्र करते हुए राहुल ने स्पष्ट किया कि इस योजना का पैसा देश के मध्यम वर्ग से नहीं आएगा।

उन्होंने कहा, 'न्याय योजना को चलाने के लिये पैसा मध्यमवर्ग से और दुकानदारों के बैंक खातों या ईमानदार व्यापारियों की जेब से नहीं आयेगा।' नोटबंदी व जीएसटी को देश की अर्थव्यवस्था व रोजगारों पर प्रहार बताते हुए राहुल ने कहा,' लाखों युवाओं को नरेंद्र मोदी की नोटबंदी और गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी) ने बेरोजगार किया।

राहुल ने कहा, मेरे सिस्टम में मालिक जनता है। मेरा काम आपकी बात सुनने का है। जो आप मुझे ऑर्डर दोगे, उसे मैं और कांग्रेस पार्टी आपके लिए पूरा करेंगे। मुझे मेरे मन की बात में कोई रुचि नहीं है, आपके मन की बात में रुचि है| राहुल ने कहा, चौकीदार ने युवाओं के हाथ बांध रखे हैं, हम उन्हें खोलना चाहते हैं। इसलिए हमने तय किया है कि हमारी सरकार आने पर बिजनेस खोलने के लिए युवाओं को शुरुआती 3 साल तक किसी परमिशन की जरूरत नहीं होगी