अमेठी: कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव व पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा शनिवार की देर रात मुंशीगंज गेस्ट हाउस पहुंचीं। रविवार सुबह प्रियंका सुल्तानपुर जाने से पहले अमेठी के कई गांव में लोगों से मिलीं। इस दौरान प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बगैर राष्ट्रवाद को लेकर करारा तंज कसा और कहा कि लोकतंत्र और जनता का आदर करना ही सबसे बड़ा राष्ट्रवाद है।

रविवार को सुबह मुंशीगंज गेस्ट हाउस से निकलने के बाद प्रियंका सीधे एचएएल गेट पर भेटुआ ब्लॉक के पूर्व ब्लाक प्रमुख जयप्रकाश तिवारी के घर पहुंचीं। उनसे मुलाकात करने के बाद में पनियार भुसियावा कोरारी हीरशाह आदि गांव में लोगों से मिली और राहुल गांधी के लिए समर्थन मांगा। रास्ते में मीडिया से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि देश के लोगों की आवाज दबाई जा रही है। किस तरह का राष्ट्रवाद है कि जब हजारों किसान नंगे पैर पूरे देश भर से आपके दरवाजे तक आया और आपने उनकी बात को नहीं सुना। एक ऐसा राष्ट्रवाद जहां गरीबों की सुनवाई नहीं है नौजवानों की झूठी झूठी बातें कही जाती हैं उनको पूरा नहीं किया जाता है। प्रियंका ने कहा कि राष्ट्रवाद देश की भक्ति होती है और देश जनता से बनता है जनता का आदर करना ही सबसे बड़ा राष्ट्रवाद है। कहा कि हमारे लिए महिलाओं की सुरक्षा रोजगार किसान शिक्षा स्वास्थ्य यह सबसे बड़े मुद्दे हैं। इन समस्याओं को हल करना ही सबसे बड़ा राष्ट्रवाद है।

प्रियंका ने भाजपा पर पैसे की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि वह लोग पैसे बांटकर जूते बांटकर राजनीति करते हैं जो की पूरी तरह से गलत है। अमेठी से भाजपा की उम्मीदवार स्मृति ईरानी के बाबत प्रियंका ने कहा कि और पिछले 5 सालों में सिर्फ 16 बार अमेठी आई है और दो 4 घंटे रह कर ही वापस लौट गई। मीडिया का सहारा लेकर उन्होंने यहां जूते बांटना, साड़ी बांटना आदि काम किया है जो अमेठी के लोगों का अपमान है। अमेठी के लोग बेहद स्वाभिमानी हैं मैं जब 12 साल की थी तब से अमेठी आ रही हूं। जनता के बीच में रहकर उनकी समस्याओं का समाधान करना ही राजनीति का सबसे अच्छा तरीका है। प्रियंका ने राहुल गांधी की बात को दोहराते हुए कहा कि पिछले 5 सालों में अमेठी से कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट छीन लिए गए हैं। उन्होंने सारे प्रोजेक्ट्स की लिस्ट भी मीडिया को दिखाई।